
नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में खराब मौसम की ही वजह से हुए हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत समेत 12 लोगों ने अपनी जान गंवाई। बता दें कि ऐसा बताया जा रहा था कि खराब मौसम की ही वजह से यह हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।
वहीं, इस बीच विशेष सूत्रों का भी कहना है कि विमान हादसा होने से पहले पायलट की ओर से कोई संकट कॉल नहीं की गई थी। सूत्रों के मुताबिक पायलट ने सुलूर एटीसी को रेडियो संदेश दिया था और बताया था कि उन्होंने वेलिंगटन हेलीपैड पर उतरने के लिए उतरना शुरू कर दिया है, यह लैंडिंग से पहले 7-8 मिनट का था।
बता दें कि इस हादसे में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य कर्मियों का निधन हो गया था। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शीर्ष सैन्य अफसरों ने पालम हवाई अड्डे पर पहुंचकर सभी को श्रद्धांजलि दी।

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की, भारत उनके बहुमूल्य योगदान को कभी नहीं भूलेगा।