गया। जिले की 13 जीविका दीदियों को वन विभाग के माडऩपुर खटकाचक में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण एवं परिभ्रमण कार्यक्रम में ले जाया गया। वन विभाग के अधिकारियों से पौधशाला सृजन की बारीकियां जानीं। दीदियों ने प्रशिक्षण के दौरान नर्सरी के लिए बेड तैयार करना, बीज एवं पौधे का रख रखाव, बीजों का शोधन आदि विषयों पर जानकारी ली। जीविका दीदियों को वन विभाग के सहयोग से प्रशिक्षण दिला ‘दीदी की नर्सरी’ के लिए प्रेरित किया जाता है। इन दीदियों एवं वन विभाग के बीच पौधशाला सृजन के लिए करार के आधार पर प्रशिक्षण दिलाया गया है। डुमरिया, आमस , शेरघाटी, गुरुआ, वजीरगंज, फतेहपर, टनकुप्पा, परैया, गुरुआ, आदि प्रखंडों से आई दीदियों ने इसमें भाग लिया। प्रशिक्षण में रेंजर उदय नारायण शुक्ला ने दीदियों को वन के महत्त्व के विषय में बताया। मौके पर जीविका जिला से प्रबंधक सामाजिक विकास राजेश कुमार, युवा पियूष रंजन, प्रखंड नोडल एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
बीएड प्रशिक्षणार्थियों का अभ्यास शिक्षण सत्र का हुआ समापन
जासं, बोधगया: मगध विश्वविद्यालय शिक्षा विभाग के बीएड सत्र 2019-21 के प्रशिक्षणार्थियों का अभ्यास शिक्षण सत्र गुरुवार को संपन्न हो गया। समापन सत्र प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय में आयोजित था। जिसकी अध्यक्षता प्रधानाध्यापक राजाराम ने की। कार्यक्रम में सहायक प्रोफेसर परवेज अख्तर मुख्य अतिथि व अशफाक अहमद विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल थे। अतिथियों का स्वागत अंग वस्त्र व प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया गया। अख्तर ने अपने संबोधन में प्रशिक्षुओं से कहा कि आप सभी सरकार द्वारा लागू शिक्षा के विभिन्न योजनाओं का लाभ लेकर मेहनत करके एक अच्छा शिक्षक बने। क्योंकि दुनिया में शिक्षक से बड़ा बलवान व देश का निर्माता कोई नहीं होता है। आप सभी को लक्ष्य निर्धारित करना और किसी कीमत पर पढ़ाई उस वक्त तक करना है, जब तक लक्ष्य पूरा न हो जाए। अहमद ने सभी का मनोबल बढ़ाया, जिज्ञासा पैदा किया और उत्साह के साथ आगे की पूरी पढ़ाई पूरा करने पर बल दिया। शिक्षक मुकेश व उपमा ने प्रशिक्षणार्थियों के आचरण, व्यवहार, समय की पाबंदी की प्रशंसा किए।