नई दिल्ली /गाजियाबाद/ सोनीपत। धरना खत्म करने की घोषणा के बाद टीकरी बार्डर से किसान अपने घर की ओर चले गए। बार्डर पर बहादुरगढ़ की तरफ करीब 15 किलोमीटर के दायरे में किसान धरने पर बैठे थे। कई जगहों पर पक्का ढांचा बना दिया गया था।
पुलिस ने दिन रात लग कर हटाया बैरिकेड
शुक्रवार के बाद शनिवार को भी पूरे दिन किसान यहां से जाते दिखाई दिए। इसके बाद पुलिस ने शनिवार को पूरे दिन व रात में सड़क के बीच में लगे बैरिकेड को हटाया और रविवार को करीब 11 बजे बार्डर को आवागमन के लिए खोल दिया गया है। अब सड़क के दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही हो रही है।
कील व कटीले तार को हटाया गया
शनिवार को सड़क के एक तरफ बनाए गए सीमेंटेड बैरियर, सड़क पर लगाई गई कील व कटीले तार को हटाया गया। ज्ञात हो कि टीकरी बार्डर पर एक तरफ से पैदल व बाइक सवारों की आवाजाही के लिए पांच फुट रास्ता अक्टूबर में खोल दिया गया था। सीमेंटेड बैरियर हटाने के दाैरान सड़क का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है उसे भी ठीक कराया गया है
जल्द रफ्तार पकड़े काम बस यही उम्मीद
बिजनेसमैन प्रदीप कुमार की सिंघु बार्डर पर फिटनेस इक्विपमेंट का शोरूम है। उन्होंने बार्डर खुलने पर खुशी जाहिर करते हुए बताया कि हमारी शोरूम पिछले एक साल से ज्यादा समय से बंद है। सारा धंधा चौपट हो गया है। ऐसे में अब जल्द ही फिर से धंधा रफ्तार पकड़े इसकी उम्मीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि बॉर्डर खुलते ही सारे जान-पहचान के लोग फोन कर बधाई दे रहे हैं।
सिंघु बॉर्डर का हाल
प्रदर्शनकारियों के लौटने के बाद अब पुलिस सिंघु बार्डर से कंक्रीट की दीवार हटाने लगी है। सिंघु गांव के मोड़ से लेकर सिंघु बार्डर तक पांच लेयर की कंक्रीट दीवार बनाई गई थी। अभी सिंघु मोड़ से कंक्रीट की दीवार हटाई जा रही है। सिंघु बार्डर पर अभी कुछ प्रदर्शनकारी ही बचे हैं। उनके जाने के बाद बार्डर से सभी लेयर की कंक्रीट की दीवार, बैरिकेड व सड़क पर लगाई गई लोहे की कील और सरिये भी निकाल दिए जाएंगे। 29 जनवरी को पुलिस की ओर से सिंघु बार्डर पर कंक्रीट की दीवार बनानी शुरू कर दी गई थी।
यूूपी गेट का हाल
किसान लगभग जा चुके हैं। बाकी बचे हुए किसान भी जाने की तैयारी कर रहे हैं। इधर एनएचआइ के अधिकारी और पुलिस विभाग के अधिकारी मौके का मुुुआयना कर रास्ते का हाल देख रहे हैं। ताकि जल्द से जल्द रास्तों को ठीक कर उसे खोला जाए। बता दें कि रास्ता खुलने से गाजियाबाद और मेरठ से दिल्ली जाने वाले लाखों लोगों को इससे फायदा होगा।