
बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के आगाज के साथ ही सूबे में सियासी हलचल तेज हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता वाली एनडीए विधायकों की मीटिंग में विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश साहनी के गैर हाजिर रहने के बाद से राजनीतिक गलियारों में साहनी को लेकर अचकलों का दौर भी शुरू हो गया है. बिहारके पशुपालन मंत्री मुकेश साहनी ने बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर भी मीडिया से बातचीत की. मुकेश साहनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम सरकार में है, लेकिन हमारी बात नहीं सुनी जा रही है. सहनी ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार चल रही है, लेकिन कुछ दिनों से अहसास नहीं हो रहा कि बिहार में चार पार्टी की सरकार है. लगता है कि केवल बीजेपी और जदयू की है.यहां एनडीए की सरकार है ऐसा लगता नहीं है.
मुकेश सहनी ने कहा कि यहां मांझी जी की सरकार में बेहतर जगह होनी चाहिए, जो नहीं है. हालांकि सहनी ने यह भी कहा कि उचित मंच पर बात चीत की जाएगी और आपस में मसला सुलझा लेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार से इस्तीफा देने का सवाल नहीं है. सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में अच्छी से चल रही है और पूर पांच साल चलेगी. फूलन देवी के शहादत दिवस पर कार्यक्रम को यूपी सरकार ने रोका, लेकिन यूपी सरकार ने मुझे भी एयरपोर्ट पर रोक लिया.
वीआईपी नेता ने यह भी आरोप लगाया कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पीएम मोदी की बातों पर भी यकीन नहीं रखते है. इस बार यूपी में ‘सन ऑफ मल्लाह’ का डर दिखा यही वजह थी कि हमें और हमारे कार्यकर्ताओं को एयरपोर्ट पर हाउस अरेस्ट किया. सहनी ने योगी आदित्यनाथ की सरकार के व्यवहार से आहत होते हुए कहा कि सारा भारत हमारा है. हम 165 सीट पर यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.

सहनी ने कहा कि बिहार में प्रतिमा लगी कोई दिक्कत नहीं है. योगी आदित्यनाथ को सबको साथ लेकर चले. 2024 में हम अधिक से अधिक निषाद समाज के लोगों को संसद में भेजेंगे. योगों सरकार भविष्य में ध्यान रखे. किसी दूसरे प्रदेश के मंत्री को कस्टडी में रखना गलत है. सहनी ने सवाल पूछा कि किसी एक आदमी से लॉ एंड ऑर्डर कैसे बिगड़ सकता है? ऐसे में सरकार कैसे कानून व्यवस्था कायम रख सकेगी?
वीआईपी प्रमुख ने कहा कि कल 18 मंडलो में कार्यक्रम आयोजित था. सबसे ज्यादा निषाद समाज के लोग कल जुटे थे यूपी में. यूपी में मूर्ति लगाने पर रोक है जो गलत है. जब यूपी में सरकार बनेगी तब मूर्ति जरूर लगेगी. बता दें कि मुकेश सहनी यूपी में 18 जगहों पर फूलन देवी की विशाल प्रतिमा लगाना चाहते थे, लेकिन यूपी सरकार ने ऐसा नहीं होने दिया. बनारस में मुकेश सहनी को सभा करने की भी इजाजत नहीं मिली. इससे नाराज मुकेश सहनी ने बिहार में NDA के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.