Breaking
INDIA गठबंधन जल्द जारी करेगा साझा घोषणा पत्र, होंगे ये 7 बड़े वादे हिमाचल में कांग्रेस को झटका, प्रभारी सचिव तजिंदर सिंह BJP में हो सकते हैं शामिल भोरे में हुई इंटर स्टेट को-ऑर्डिनेशन बैठक. यूपी बिहार सहित तीन जिला के पदाधिकारी रहे मौजूद. मध्य प्रदेश में छह सीटों पर उत्साह के बीच तीन बजे तक 53.40 प्रतिशत मतदान नीलगंगा चौराहे पर दो भाइयों ने मिलकर युवक की चाकू मारकर हत्या की मप्र हाई कोर्ट ने तथ्य छिपाकर याचिका दायर करने पर लगाया 10 हजार जुर्माना, दी सख्त हिदायत श्रम न्यायालय के आदेशानुसार शेष राशि का भुगतान ब्याज सहित करें, हाई कोर्ट ने दी 45 दिन की मोहलत पांच महीने में 21 लाख रुपये बढ़ी शिवराज स‍िंंह चौहान की संपत्ति इंदौर से चार रूट पर चलाई चार समर स्पेशल ट्रेन, फिर भी लंबी वेटिंग पद्मश्री जोधइया बाई बैगा नहीं डाल सकीं वोट, उमरिया में उनके घर पर भी नहीं पहुंचा मतदान दल

लंबा मार्च इस्लामाबाद नहीं जाएगा

Whats App

रावलपिंडी| पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी का ‘हकीकी आजादी’ मार्च इस्लामाबाद की ओर नहीं जाएगा, क्योंकि वह देश में अराजकता नहीं फैलाना चाहते हैं। स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी।

एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पीटीआई ने कहा, “वे (सरकार) इस्लामाबाद मार्च का खर्च नहीं उठा सकते.. वे लाखों लोगों को इस्लामाबाद में प्रवेश करने से नहीं रोक सकते। हम श्रीलंका जैसे हालात पैदा कर सकते थे, मगर ऐसा नहीं करेंगे।”

खान ने कहा कि पार्टी ने मौजूदा शासकों को समय से पहले चुनाव की घोषणा करने के लिए मजबूर करने के लिए देश की सभी विधानसभाओं को छोड़ने का फैसला किया है।

Whats App

उन्होंने कहा, “अगर दंगे होते हैं, तो चीजें सभी के हाथ से निकल जाएंगी। मैं पूरी कोशिश कर रहा हूं कि ऐसा कोई कदम न उठाया जाए, जिससे देश में अराजकता पैदा हो।”

उन्होंने कहा, “आज मैं इस्लामाबाद मार्च के खिलाफ फैसला कर रहा हूं, क्योंकि हम देश में अराजकता नहीं फैलाना चाहते। हम इस भ्रष्ट व्यवस्था का हिस्सा नहीं रहेंगे। हमने सभी विधानसभाओं को छोड़ने का फैसला किया है।”

खान ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्रियों के साथ सभी विधानसभाओं से हटने के मामले पर चर्चा की है और इस संबंध में अंतिम निर्णय पीटीआई की संसदीय दल की बैठक के बाद घोषित किया जाएगा।

एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, “हमारे देश को नुकसान पहुंचाने के बजाय, इस भ्रष्ट व्यवस्था को छोड़ना बेहतर है।”

अपदस्थ प्रधानमंत्री अपने हकीकी आजादी मार्च को ‘चरमोत्कर्ष’ तक पहुंचाने के लिए रावलपिंडी में एक जनसभा को संबोधित किया। महीने की शुरुआत में एक बंदूक हमले में घायल होने के बाद यह उनकी पहली जनसभा थी।

खान ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा, “जब मैं लाहौर से रावलपिंडी के लिए रवाना हो रहा था, तो सभी ने मुझे मेरे पैर में घाव के कारण यात्रा न करने की सलाह दी।”

उन्होंने कहा कि उनके सहयोगियों ने भी उन्हें रावलपिंडी में जनसभा को संबोधित नहीं करने की चेतावनी दी, क्योंकि शीर्ष पदों पर आसीन तीन अपराधी फिर से उन्हें मारने की कोशिश करेंगे।

INDIA गठबंधन जल्द जारी करेगा साझा घोषणा पत्र, होंगे ये 7 बड़े वादे     |     हिमाचल में कांग्रेस को झटका, प्रभारी सचिव तजिंदर सिंह BJP में हो सकते हैं शामिल     |     भोरे में हुई इंटर स्टेट को-ऑर्डिनेशन बैठक. यूपी बिहार सहित तीन जिला के पदाधिकारी रहे मौजूद.     |     मध्य प्रदेश में छह सीटों पर उत्साह के बीच तीन बजे तक 53.40 प्रतिशत मतदान     |     नीलगंगा चौराहे पर दो भाइयों ने मिलकर युवक की चाकू मारकर हत्या की     |     मप्र हाई कोर्ट ने तथ्य छिपाकर याचिका दायर करने पर लगाया 10 हजार जुर्माना, दी सख्त हिदायत     |     श्रम न्यायालय के आदेशानुसार शेष राशि का भुगतान ब्याज सहित करें, हाई कोर्ट ने दी 45 दिन की मोहलत     |     पांच महीने में 21 लाख रुपये बढ़ी शिवराज स‍िंंह चौहान की संपत्ति     |     इंदौर से चार रूट पर चलाई चार समर स्पेशल ट्रेन, फिर भी लंबी वेटिंग     |     पद्मश्री जोधइया बाई बैगा नहीं डाल सकीं वोट, उमरिया में उनके घर पर भी नहीं पहुंचा मतदान दल     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374