नड्डा ने कहा कि जब भारतीय सेना डोकलाम में थी तब राहुल गांधी चीनी दूतावास में चीनी अधिकारियों से चुपचाप मिले। हम यह भी जानते हैं कि उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा पर सवाल उठाए थे यह बताता है कि वह भारत की भाषा नहीं बोलते हैं। वह वहीं भाषा बोलते हैं जो पाकिस्तान बोलता है। मैं इसतरह के बयानों की निंदा करता हूं यह देश के प्रति राहुल गांधी की मानसिकता को दर्शाता है।