वहीं शून्यकाल में ही शिवसेना के प्रतापराव जाधव ने किसानों को आ रही कृषि ऋण संबंधी समस्याओं का मुद्दा उठाया और बैंकों के जटिल नियमों से राहत प्रदान करने की मांग की। कांग्रेस के गौरव गोगोई ने असम स्थित नुमालीगढ़ रिफाइनरी को नवरत्न का दर्जा देने की मोदी सरकार से मांग की। कांग्रेस के ही अब्दुल खालिक ने मांग की कि बाढ़ जैसे विषयों से निपटने के लिये अनुदान के रूप में केंद्र से पूर्वोत्तर राज्यों को 90:10 के अनुपात में राशि दी जाए।

कांग्रेस सदस्य हिबी ईडन ने भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) के एक नए नियमन को वापस लेने की मांग की और कहा कि इससे भारतीय जीवन बीमा एजेंटों एवं इससे जुड़े लोगों की अजीविका प्रभावित हो रही है। शून्यकाल के दौरान भाजपा के संजय सेठ ने झारखंड के साहेबगंज में कुछ दिन पहले एक आदिवासी महिला की हत्या का मुद्दा उठाते हुए दावा किया कि धर्म परिवर्तन स्वीकार नहीं करने के कारण उसकी हत्या की गई । सेठ ने सरकार से धर्मांतरण पर लगाम लगाने के लिए कठोर कदम उठाने की मांग की।