नई दिल्ली। चार साल बाद पाकिस्तान के कोई बड़े नेता भारत दौरे पर आने वाले थे लेकिन विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की बचकानी हरकतों ने इस यात्रा पर विराम लगा दिया। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआई-एफ) के प्रमुख और पाकिस्तान की गठबंधन सरकार के नेता मौलाना फजलुर रहमान ने भारत की प्रस्तावित यात्रा रद्द कर दी है। रहमान ने विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणी से उपजे तनाव के कारण यह फैसला लिया है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) सरकार के गठबंधन सहयोगी को भारत की चार दिवसीय यात्रा करनी थी। खबरों के मुताबिक रहमान को यूपी में एक धार्मिक सभा में शामिल होना था। रिपोर्ट के अनुसार बिलावल की टिप्पणी के बाद यात्रा रद्द कर दी गई।
जेयूआई-एफ प्रमुख की यात्रा चार वर्षों में किसी प्रमुख पाकिस्तानी राजनेता की पहली यात्रा थी। पिछली बार पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर पाकिस्तान की ओर से शोक व्यक्त करने के लिए एक कार्यवाहक संघीय मंत्री ने 2018 में नई दिल्ली का दौरा किया था। रिपोर्ट के अनुसार फजल ने अतीत में भारत का दौरा किया था लेकिन हाल के हफ्तों में इस्लामाबाद और नई दिल्ली के बीच नए सिरे से तनाव के मद्देनजर दोनों पड़ोसियों के बीच वर्तमान संबंधों की स्थिति को देखते हुए उनकी यह यात्रा महत्वपूर्ण थी।
इस हफ्ते की शुरुआत में भारत और पाकिस्तानी विदेश मंत्रियों के बीच छिड़े वाकयुद्ध ने तनाव को और गहरा कर दिया। भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान के डोजियर का जवाब देकर कहा कि पाकिस्तान ने ओसामा बिन लादेन को पनाह दी थी। सूत्रों ने कहा इस पृष्ठभूमि में जेयूआई-एफ प्रमुख ने अपनी प्रस्तावित भारत यात्रा रद्द कर दी।