छत्तीसगढ़ में कोरोना नियंत्रण के लिए करें कार्रवाई, प्रभारी मंत्री रविंद्र चौबे ने अधिकारियों की ली बैठक
रायपुर। कोरोना के प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए रायपुर जिले के प्रभारी मंत्री रविंद्र चौबे ने बुधवार को रेडक्रास सोसायटी के सभाकक्ष में महत्वपूर्ण बैठक लेकर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने इस संबंध में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, पुलिस, जिला पंचायत के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन तथा छत्तीसगढ़ चैंबर आफ कामर्स के पदाधिकारियों के साथ कोरोना की वर्तमान व्यापक संक्रमण से निपटने के लिए प्रस्तावित कार्यो एवं प्रतिबंधों पर विचार-विमर्श किया
प्रभारी मंत्री रविंद्र चौबे ने रायपुर जिले में किए गए तैयारियों का आडियो-वीडियो प्रदर्शन के माध्यम से अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि रायपुर जिला प्रशासन ने पिछले दो वर्षो में कोविड से निपटने में कड़ी मेहनत की थी। वर्तमान में भी रायपुर जिला प्रशासन के साथ-साथ यहां के नागरिकों, स्वास्थ्य कर्मियों, कोरोना वालियंटर्स, जनप्रतिनिधियों, व्यापारी एवं औद्योगिक संगठनों तथा मीडिया के सहयोग से इस जंग को जीतना है। उन्होंने कहा चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान में कोरोना का संक्रमण दर अधिक है लेकिन उसकी घातकता कम है।
उन्होंने कहा इससे भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन पूरी सतर्कता, सजगता और सभी आवश्यक तैयारी बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा राज्य शासन इस संबंध में पहले से ही सतर्क है तथा माननीय मुख्यमंत्री एवं राज्य शासन द्वारा पहले से ही गाईडलाइन दिए गए है। प्रभारी मंत्री ने जिला प्रशासन से कहा कि कोरोना से निपटने के लिए किसी भी प्रकार की धन-राशि या बजट की कमी नहीं है, आवश्यकता पड़ने पर हर संभव कार्य किए जाए।
कोरोना से निपटने निगम ने की तैयारी
बैठक में कलेक्टर सौरभ कुमार ने बताया कि पिछले सप्ताह रायपुर जिले में 26 हजार 825 नागरिकों की कोरोना जांच की गई जिसमें 775 पाजिटिव पाए गए। पाजिटिवी रेट 2.89 प्रतिशत थी तथा दो लोगों की मृत्यु कोरोना से हुई। उन्होंने कहा कि रायपुर जिले में 15 से 18 वर्ष के बच्चों में टीकाकरण करने के साथ-साथ अधिक से अधिक नागरिकों के कोरोना टेस्ट पर व्यापक रूप से जोर दिया जा रहा है। हमारा लक्ष्य प्रतिदिन कम से कम 6 हजार कोरोना टेस्ट करने का है। उन्होंने कहा रायपुर जिले में एम्स, मेडिकल कालेज सहित तीन डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर तथा 10 कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था है। जिले में कोरोना मरीजों के लिए 1482 बेड की व्यवस्था है। जिसमें से 336 बेड आक्सीजन सपोर्ट युक्त, 1146 बेड आक्सीजन पाइपलाइन सप्लाई युक्त है। 51 आइसीयू बेड, 95 एचडीयू, 100 वेंटिलेटर तथा 9 आक्सीजन प्लांट की व्यवस्था है।
इसके अलावा 86 निजी अस्पतालों में भी इलाज का सुविधा है। वर्तमान में केवल 2 प्रतिशत संक्रमित मरीज अस्पतालों में ईलाज करा रहे है। शेष मरीज होम आईसोलेशन के तहत चिकित्सा सुविधा ले रहे है। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, नगर पालिक निगम आयुक्त प्रभात मलिक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी, अतिरिक्त कलेक्टर गोपाल वर्मा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मीरा बघेल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।