मध्य प्रदेश के रीवा में दो महिलाओं को जिंदा दफन करने की कोशिश का मामला गहराने लगा है. इस घटना को लेकर एक तरफ मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने ट्विटर वॉर शुरू कर दिया है, वहीं राज्य सरकार भी बचाव की मुद्रा में है. मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि आरोपियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. यह घटना रीवा जिले के मनगंवा का है. घटना का एक वीडियो रविवार को सोशल मीडिया में वायरल हुआ था.
इसमें गांव के दबंगों ने निजी जमीन पर सड़क बनाने का विरोध कर रही महिलाओं के ऊपर ही मोरंग भरा डंपर खाली कर दिया था. इस घटना में दोनों महिलाएं दब गई थीं. हालांकि मौके पर मौजूद लोगों ने समय रहते इन दोनों महिलाओं को मोरंग के नीचे से निकाल कर अस्पताल पहुंचाया. टीम ने इसके तह में जाने की कोशिश की. पता चला कि गांव के ही दो परिवारों के बीच करीब 20 साल से जमीनी विवाद चल रहा था.
इसमें एक पक्ष के गोकर्ण प्रसाद पांडेय और महेंद्र प्रसाद पांडेय विवादित जमीन पर सड़क बनाना चाह रहे थे. जबकिदूसरे पक्ष के जीवेश कुमार पांडेय और शिवेश कुमार पांडेय के साथ इनकी पत्नियां ममता पांडेय और आशा पांडेय इसका विरोध कर रही थीं.
शनिवार को हुआ था विवाद
इनके विरोध को दरकिनार कर गोकर्ण प्रसाद पांडेय ने शनिवार को सड़क बनाने का काम शुरू करा दिया था. जानकारी होने पर दूसरे पक्ष के लोग भी मौके पर आए और दोनों पक्षों में मारपीट होने लगी. इतने में मोरंग लेकर आए डंपर के पास खड़ी ममता पांडेय और आशा पांडेय के ऊपर आरोपियों ने डंपर खाली कर दिया.इससे दोनों महिलाएं मोरंग में दब गई थीं. बड़ी मुश्किल से इनके ऊपर से मोरंग हटाकर बाहर निकाला गया था. घटना का वीडियो रविवार को सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर हल्ला बोल दिया है.
एक आरोपी अरेस्ट, दो की तलाश जारी
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता कुणाल चौधरी ने कहा कि बीजेपी के राज में अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं. हालांकि बवाल बढ़ते देख एक्शन में आई पुलिस ने तत्काल तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए डंपर चालक को अरेस्ट कर लिया है.बाकी दो आरोपी गोकर्ण पांडेय और विपिन पांडेय की तलाश शुरू कर दी है. हालात को देखते हुए रीवा जोन के डीआईजी साकेत पांडेय ने भी मौका मुआयना किया है. उन्होंने कहा ग्राम हिनौता में दो परिवारों का आपसी जमीनी विवाद है.
महिलाओं के ऊपर गिरा दिया था मोरंग
उन्होंने बताया कि इसमें एक पक्ष विवादित जमीन पर सड़क बना रहा था. वहीं दूसरा पक्ष विरोध कर रहा था. इसी दौरान मोरंग लेकर आए डंपर के ड्राइवर ने बिना देखे डंपर का पिछला गेट खोल दिया. इससे दोनों महिलाओं के ऊपर मोरंग गिर गया और दोनों उसमें दब गई थीं.डीआईजी साकेत पांडेय के मुताबिक इस घटना में पारिवारिक विवाद के अलावा और कोई एंगल नहीं है. उन्होंने कहा कि घटना के बाद दोनों महिलाओं को तुरंत अस्पताल ले जाया गया. जहां से एक महिला को प्राथमिक उपचार के बाद ही छुट्टी दे दी गई, जबकि दूसरी महिला को भर्ती किया गया है. उन्होंने बताया कि घटना में फरार चल रहे दोनों आरोपियों की तलाश कराई जा रही है.