बिहार के गोपालगंज जिले में बीते शुक्रवार को संदिग्ध रेडियोएक्टिव पदार्थ कैलिफोर्नियम को जब्त किया गया था. वहीं इस मामले के तार अब उत्तर प्रदेश से जुड़े होने की बात सामने आ रही है. जिसको लेकर पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी है. इस बीच कैलिफोर्नियम की जांच करने के लिए शनिवार शाम मुंबई से भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर से टीम गोपालगंज पहुंची और जांच शुरू कर दी है. हालांकि मामला संवेदनशील होने की वजह से पुलिस के अधिकारी इस मामले पर खुलकर कुछ भी नहीं बता पा रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक संदिग्ध रेडियोएक्टिव पदार्थ कैलिफोर्नियम की बरामदगी के बाद बिहार एसटीएफ की जांच में उत्तर प्रदेश का भी कनेक्शन सामने आया है. बताया जा रहा है कि जांच में यूपी के कुशीनगर जिले के खजांची कुशवाहा का नाम इस मामले में सामने आया है. खजांची कुशवाहा ने ही पकड़ में आए तस्करों को रेडियोएक्टिव पदार्थ दिया था. घटना के बाद से फरार खजांची कुशवाहा के पास रेडियोएक्टिव पदार्थ कहां से आया ये बात जांच का विषय है. जिसका खुलासा करने के लिए पुलिस की टीम यूपी में छापेमारी कर रही है.
कड़ी सुरक्षा में जेल भेजे गए तस्कर
वहीं इस मामले में गिरफ्तार किए गए तीनों तस्करों को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में जेल भेज दिया. गिरफ्तार में कुशीनगर जिले के तमकुहीराज थाना क्षेत्र के परसौनी निवासी चंद्रदेव प्रसाद का बेटा छोटेलाल प्रसाद, गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र के कौशल्या चौक निवासी योगेंद्र साह का बेटा चंदन गुप्ता और मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के कुशहर मठिया निवासी हरेंद्र राम का बेटा चंदन राम शामिल है.
‘युवकों को काम दिलाने के लिए बलाया गया था’
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए युवकों के परिजनों से भी पूछताछ की है. गोपालगंज के रहने वाले युवकों के परिजनों के मुताबिक यूपी के कुशीनगर के रहने वाले छोटेलाल प्रसाद ने दोनों युवकों को काम दिलाने के लिए बुलाया था, लेकिन उन्हें पता नहीं था कि युवकों से इस तरह के रेडियोएक्टिव पदार्थ की तस्करी कराई जाएगी. वहीं युवकों ने पूछताछ में जब्त किए गए पदार्थ के बारे में किसी तरह की जानकारी नहीं होने की बात कही है.
पदार्थ को हाई सिक्योरिटी जोन में रखा गया
पुलिस को जब्त पदार्थ कैलिफोर्नियम होने का संदेह है. हालांकि बीते देर शाम इसकी जांच के लिए मुंबई से भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर की टीम गोपालगंज पहुंची है. पुलिस ने बरामद किए गए रेडियोएक्टिव पदार्थ को हाई सिक्योरिटी जोन में रखा गया है. वहीं बिहार एटीएस ने गोपालगंज की पुलिस से संपर्क कर दर्ज की गई एफआईआर और इस मामले में गिरफ्तार किए गए युवकों के बारे में जानकारी ली है.
850 करोड़ रुपए आंकी गई कीमत
दरअसल बीते शुक्रवार को गोपालगंज के कुचायकोट थाने की पुलिस ने यूपी-बिहार के बलथरी चेकपोस्ट से इस संदिग्ध 50 ग्राम रेडियोएक्टिव पदार्थ को बरामद किया था. जिसे तीन तस्कर लेकर जा रहे थे. बताया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस संदिग्ध कैलिफोर्नियम की कीमत करीब 850 करोड़ आंकी गई है.