जमीन कब्जाने, 2 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप, रुड़की से गिरफ्तारी… कौन हैं सपा नेता असलम चौधरी?
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पुलिस ने पूर्व विधायक और वर्तमान में समाजवादी पार्टी के नेता असलम चौधरी को गिरफ्तार किया है. थाने में विधायक के खिलाफ जमीन कब्जा पर जबरन क़ब्ज़ा करने और 2 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने के मामले में न्यायालय से वारंट जारी हुए थे. वारंट जारी होने के बाद गाजियाबाद की मसूरी थाना पुलिस ने पूर्व विधायक असलम चौधरी को उत्तराखंड के रुड़की से की है. गिरफ्तार करने के बाद पुलिस सोमवार को स्थानीय अदालत में पूर्व विधायक असलम चौधरी को पेश करेगी. पूर्व विधायक असलम चौधरी के खिलाफ 2023 में एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
बसपा के पूर्व विधायक और वर्तमान में समाजवादी पार्टी के नेता असलम चौधरी के खिलाफ 3 अक्टूबर 2023 को यामीन नाम के व्यक्ति ने गाजियाबाद के मसूरी थाने में असलम चौधरी और उनके पुत्र शाहनवाज और उमरी सहित करीब 20 से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था. शिकायतकर्ता यामीन के अनुसार 6 जुलाई 2023 को शाहनवाज अपने साथ कुछ लोगों को साथ लेकर उनकी पैतृक जमीन में घुस आया और जबरन कब्जा करने लगा. जमीन पर कब्जे की सूचना मिलने पर यामीन उर्फ राजा दीवान मौके पर पहुंचे और फिर उसकी जानकारी फोन करके पुलिस को दी. सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची. जैसे ही पुलिस बताई हुई जगह पर पहुंची तो वहां से शहनवाज अपने साथियों सहित भाग गया. पीड़ित यामीन ने जानकारी देते हुए बताया भागते समय उन्होंने धमकी दी थी कि उसकी हत्या करके नहर में उसकी लाश को फेंक दिया जाएगा.
रुड़की से पूर्व विधायक को किया गिरफ्तार
पूर्व विधायक का परिवार जमीन पर कब्जा करने और पीड़ित की जमीन नहीं दिये जाने पर दो करोड़ रुपए की रंगदारी की मांग पीड़ित यामीन से कर रहा था. इस मामले में पुलिस ने 3 अक्टूबर 2023 को पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करने के बाद जांच शुरू की थी. मसूरी थाना पुलिस ने इस केस की जांच के बाद कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी. पूर्व विधायक की सुनवाई एमपी, एमएलए कोर्ट में चल रही थी. कोर्ट में लगातार कोर्ट की तारीखों पर हाजिर न होने पर असलम चौधरी के गैर जमानती वारंट कोर्ट की तरफ से जारी किए गए थे. वारंट जारी होने के बाद मसूरी थाना पुलिस ने पूर्व विधायक असलम चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है.