राजनीति में मियां अल्ताफ की चौथी पीढ़ी, बेटे मेहर अली ने भरा नामांकन, उमर अब्दुल्ला ने कहा ‘जीत पक्की है’
जम्मू कश्मीर में 10 सालों बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. लिहाजा सभी पार्टियां जोर शोर से चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं. ये चुनाव बीजेपी के लिए बेहद अहम है. राजनीतिक दलों के साथ ही कश्मीर की आवाम को भी चुनाव का बेसब्री से इंतजार था. इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता और सांसद मियां अल्ताफ के बेटे मियां मेहर अली ने कंगन विधानसभा क्षेत्र से नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है.
इस मौके पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी उनके साथ रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय में मौजूद थे. इस दौरान उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मेहर अली के रूप में कंगन से चुनाव में हिस्सा लेने वाली मियां परिवार की चौथी पीढ़ी होगी. उन्होंने कहा कि ‘मुझे यकीन है कि वो लोगों की सेवा करने में अपने पूर्वजों और पिता का अनुसरण करेंगे और अपने परिवार की विरासत को आगे बढ़ाएंगे.उमर ने कहा कि मेहर अली की जीत को लेकर वो पूरी तरह से आश्वस्त है उनकी जीत पक्की है.
‘पीडीपी के करीब रहे हैं राम माधव’
पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राम माधव के जम्मू-कश्मीर के दौरों को लेकर कहा कि माधव केवल पीडीपी के करीब रहे हैं और ऐसा लगता है कि वो अभी भी पार्टी के संपर्क में हैं. उमर ने ये भी कहा कि 2015 में पीडीपी-बीजेपी गठबंधन बनाने के पीछे राम माधव ही थे.
‘शराब की दुकानों के बेतहाशा खुलने की जांच करेंगे’
वहीं कश्मीर में शराब की दुकानों की बढ़ती संख्या के बारे में उमर ने कहा कि चुनाव के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस कश्मीर में शराब की दुकानों के बेतहाशा खुलने की जांच करेगी. उन्होंने कहा कि फिलहाल चुनाव पूरा हो जाए उसके बाद इस मामले की जांच पड़ताल की जाएगी.
10 सालों बाद होने जा रहा है चुनाव
राज्य में 2014 के बाद अब विधानसभा चुनाव होने जा रहा हैं. ये चुनाव तीन चरणों में होंगे. चुनाव आयोग के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में वोटिंग प्रक्रिया 1 अक्टूबर तक पूरी कर ली जाएगी. पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को होगा, दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर होगा जबकी तीसरा और आखिरी चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होगा. वहीं नतीजों की घोषणा 8 अक्टूबर को की जाएगी. आयोग ने पहले 4 अक्टूबर को मतगणना की तारीख तय की थी, लेकिन हरियाणा में चुनाव की तारीख में बदलाव की वजह से अब दोनों राज्यों में मतगणना 8 अक्टूबर को होगी.