कांग्रेस पार्टी के बागी विधायक सतीश शर्मा, जिन्होंने छंब विधानसभा सीट से निर्दलीय के रूप में बीजेपी के उम्मीदवार राजीव शर्मा को करीब 7,000 वोटों से हराया है, अब नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार में शामिल हो गए हैं. उन्हें उमर अब्दुल्ला की नई कैबिनेट में शामिल किया गया है. शर्मा को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की सरकार में जम्मू क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सौंपा गया है. उनका यह कदम जम्मू के बीजेपी वाले इलाकों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है. शर्मा जो जम्मू जिले में अकेले गैर-भाजपा विधायक हैं, का एनसी सरकार में शामिल होना छंब निर्वाचन क्षेत्र में उत्सव का कारण बन गया. उनके समर्थकों ने मिठाइयां बांटी, पटाखे फोड़े, और संगीत पर नाचते हुए खुशी जताई.
शपथ ग्रहण के बाद सतीश शर्मा ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का आभारी हूं कि उन्होंने जम्मू क्षेत्र को उचित प्रतिनिधित्व दिलाया और दोनों क्षेत्रों के बीच की खाई को पाटने का काम किया.” साथ ही उन्होंने राज्य के सबसे बड़े मुद्दों में से एक “राज्य का दर्जा” दोबारा पाने की दिशा में काम करने का वादा किया और कहा कि आने वाले दिनों में जनता की आवाज को सड़कों पर उठाने की जरूरत होगी.
कांग्रेस पार्टी छोड़ी
बता दें कि 42 साल के सतीश शर्मा ने कांग्रेस से टिकट न मिलने के बाद पार्टी छोड़ दी और निर्दलीय चुनाव लड़ा. उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार राजीव शर्मा को 6,929 वोटों से हराकर अपनी जीत हासिल की. पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता तारा चंद, जिन्होंने तीन बार इस सीट पर जीत हासिल की थी, इस बार तीसरे नंबर पर रहे. शर्मा कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व सांसद मदन लाल शर्मा के बेटे हैं. वे भारतीय राजनीति से काफी लंबे समय से जुड़े हैं. उनके पिता मदन लाल जम्मू के पुंछ इलाके से दो बार सांसद और तीन बार विधायक के रूप में काम कर चुके हैं. उनके चाचा शाम लाल शर्मा फिलहाल बीजेपी विधायक हैं.
BJP गढ़ में गाड़ा झंडा
शर्मा ने बीजेपी के गढ़ में अपना झंडा गाड़ा है. इस लिहाज से उन्हें जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में देखा जा रहा है. शर्मा के समर्थक कहते हैं कि वह जम्मू के पूरे इलाके का प्रतिनिधित्व करेंगे और विकास की नई धारा लेकर आएंगे. सतीश ने यूनिवर्सिटी ऑफ वेल्स से एमबीए और जम्मू यूनिवर्सिटी से एलएलबी की पढ़ाई की है.