Local & National News in Hindi
ब्रेकिंग
एक मिशन, एक सिग्नल और 3 आतंकी… 98वें दिन बाद पहलगाम का बदला कच्चातीवू द्वीप, पीओके, अक्साई चीन, करतारपुर साहिब… पीएम मोदी ने चुन-चुनकर गिनाईं कांग्रेस की गलतिया... ट्रंप ने 29 बार सीजफायर का दावा किया, दम है तो पीएम मोदी बोल दें कि झूठ है: राहुल गांधी UP में सरकारी स्कूलों को बंद करने का मामला: सुप्रीम कोर्ट पहुंचे सांसद संजय सिंह, फैसले को दी चुनौती न बैंड-बाजा, न ही लग्जरी कार… नाव पर आए बाराती, नाव पर ही विदा हुई दुल्हन; बिहार में बाढ़ के बीच हुई ... शहरी स्वच्छता में छत्तीसगढ़ की लंबी छलांग, सर्वे में 115 शहरों ने सुधारी अपनी रैंकिंग ‘अनिरुद्धाचार्य को पागलखाने भेजकर रहूंगी’… हिंदू महासभा की नेता मीरा राठौर ने खोला मोर्चा, कहा- तब त... ‘4 इंजन’ के 4 बहाने, 10 मिनट की बारिश में दिल्ली बेहाल… BJP सरकार पर अरविंद केजरीवाल का निशाना 4 बच्चों की मां को पति ने बेचा, राशन कार्ड बनवाने के बहाने ले गया; पत्नी सहित 2 बच्चों की लगा दी बोल... ओंकारेश्वर बांध के 14 गेट खोले, निचले क्षेत्र में घाटों से दुकानों को हटाया

पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सामाजिक कल्याण संगठनों के सदस्यों के साथ की बात

46

नई दिल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सोमवार को सामाजिक कल्याण संगठनों के सदस्यों के साथ बातचीत की। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी कोरोना वायरस से निपटने की लड़ाई के मसले पर ताजा जानकारी हासिल करने के लिए हर रोज दो सौ से अधिक लोगों से बात करते हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय यानी पीएमओ की मानें तो बातचीन की इस प्रक्रिया में राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों के डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों, साफ-सफाई से जुड़े कर्मचारियों के साथ सामाजिक कार्यों से जुड़े लोग भी शामिल होते हैं।

प्रधानमंत्री की कोशिश सभी का उत्साह बढ़ाने के साथ साथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उनके प्रति आभार जताने की भी होती है। यही नहीं प्रधानमंत्री टेलीफोन के जरिये उन लोगों से भी संवाद करते हैं जो कोरोना वायरस के संक्रमण का सामना कर रहे हैं और जो इस संक्रमण को परास्‍त कर चुके होते हैं। प्रधानमंत्री प्रतिदिन कई बैठकों में भी भाग ले रहे हैं, जिनमें उन्हें कैबिनेट सचिव और प्रधान सचिव की ओर से अपडेट दिए जाते हैं। यही कारण है कि भारत में महामारी से निपटने के लिए की गई तैयारियां दुनिया भर में चर्चा का विषय बन रही हैं। यहां तक कि विरोधी भी पीएम मोदी के असरदार नेतृत्‍व क्षमता के सभी मुरीद हो गए हैं।

अभी हाल ही में पीओके यानी गुलाम कश्मीर के राजनीतिक कार्यकर्ता डॉ. अमजद अयूब मिर्जा ने कहा था कि पाकिस्तान, गुलाम कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान में कोरोना को लेकर हालात दिनों-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। उनका कहना था कि इन इलाकों में बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और क्वारंटाइन जैसे आवश्यक कदम कोई नहीं उठा रहा है। पाकिस्तान में नेतृत्व के असरदार नहीं होने की वजह से ऐसा हो रहा है। अयूब मिर्जा ने कहा था कि भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है और लोग उसका पालन भी कर रहे हैं। इसकी मुख्य वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील और उनके असरदार नेतृत्‍व का नतीजा है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.