भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द अमृतस्य माँ नर्मदा पद परिक्रमा के अंतर्गत गरूडेश्वर में आनंद ही आनंद के संस्थापक श्रद्धेय विवेक के साथ मैया नर्मदा की पूजा में शामिल हुए। मंच में महंत मंगलदास त्यागी , निजानंद धाम से ब्रम्हचारी और शिवानंद और शूलपानी से सोमनाथ भारती मौजूद रहे अन्य परिक्रमावसियों के साथ माँ नर्मदा पद परिक्रमा समिति के अजय विजयवर्गीय, नंदलाल तायल, प्रवीण चौंहान, दीपक बंसल, जितेंद्र शर्मा, राव मौजूद रहे
श्रद्धेय विवेक ने अपने उद्भोधन में पूर्व राष्ट्रपति के पधारने को विशेष कहा, उन्होंने अपने उद्बोधन में मैया नर्मदा के महत्व और परिक्रमा के महत्व के साथ साथ तीर्थों की पुनर्स्थापन के विषय और मैया नर्मदा सनातन साक्ष्य और सनातन धर्म की पथ वाहिनी है इसलिए इसकी परिक्रमा होती है इस विषय पर प्रकाश डाला।
पूर्व राष्ट्रपति ने तय कार्यक्रम के पहले ही अपना कार्यक्रम बनाया
पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने अपने आपको सौभाग्यशाली माना की मैया नर्मदा की पूजा में श्रद्धेय विवेक के साथ शामिल हो रहे है। उन्होंने कहा पहले कार्यक्रम तो १० फ़रवरी २०२३ का तय हुआ था पर मैया नर्मदा ने पहले ही संकेत दिया की इतना इंतज़ार क्यों करना तो पहले ही आना हो गया।
पूर्व राष्ट्रपति ने श्रद्धेय विवेक के साथ पुराने अपने सम्बन्धों को भी याद किया
पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा की श्रद्धेय विवेक के साथ अपने पुराने सम्बन्धों को याद करते हुए बताया की २०१५ के समय से आपसे जुड़े हुए हैं और जब पहली बार मिले तो आश्चर्य हुआ की एक नौजवान जो विदेशों में पढ़ कर नौकरी भी विदेशों में कर रहा था फिर भी उन्होंने अध्यात्म और सनातन संस्कृति के विचार सन्यास के वन को चुना जिसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है।
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा मैं विवेक को स्वामी विवेकानंद के तरह माना
पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा की आपके साथ में युवा शक्ति चल रही है वह कहीं ना कहीं भारत में स्वामी विवेकानंद का एक चित्रण था उनका एक विजन था उसको लेकर आप चल रहे हैं। आपका पथ भी उसी ओर है और अगर आपके दिए गये नाम और आपकी संस्था का नाम ( आनंद ही आनंद) जोड़ दें तो वो विवेकानंद हो जाता है। पूर्व राष्ट्रपति ने मैया नर्मदा से प्रार्थना की श्रद्धेय विवेक के बार में प्रार्थना करते हुए कहा कि आपको इस राष्ट्र का एक ना केवल राष्ट्रभक्त बल्कि सनातन धर्म का जो ध्वजवाहक होता है उसकी जिम्मेदारी निभाने की आपको आशीर्वाद मिले तो हम सबको बहुत प्रशन्नता होगी।उन्होंने श्रद्धेय विवेक द्वारा मैया के श्रिंगार और साड़ी को मैया की पूजा के बाद जरूरतमंद को देने के साथ साथ सहभोजन की परंपरा को समाज में जागरूकता के प्रयास को सफल होने की बधायी दी
पूरे १.३० घंटे रहे कार्यक्रम में और भोजन का टिफ़िन लेकर गए
पूर्व राष्ट्रपति १.३० घंटे तक कार्यक्रम में रहे और जाने के पहले मैया का प्रसाद टिफ़िन में पैक करवा कर लेकर गए। अमृतस्य माँ नर्मदा पद परिक्रमा समिति के अजय विजयवर्गीय, प्रवीण चौंहान, दीपक बंसल, जितेंद्र शर्मा, राव एवं अन्य समिति के सदस्यों में फूल माला देकर पूर्व राष्ट्रपति का स्वागत किया।
पूर्व राष्ट्रपति ने ट्वीटर के ज़रिए ट्वीट कर भी जानकारी दी
राम नाथ कोविंद ने ट्वीटर के ट्वीट से कहा की मां नर्मदा के तट पर आज ‘आनंद ही आनंद’ संस्था के संस्थापक विवेक द्वारा केवड़िया के समीप गरूडेश्वर घाट पर आयोजित ‘अमृतस्य नर्मदा पद परिक्रमा’ में सम्मिलित होना अत्यंत सुखद अनुभव रहा। इस यात्रा के जरिये समाज में जागरूकता बढ़ाने का उनका प्रयास सफल हो, यही मेरी कामना है।