राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार सुबह मध्यम स्तर का कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता घटकर 400 मीटर तक रह गई और रेल एवं सड़क यातायात प्रभावित हुआ। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि लगभग 18 ट्रेन डेढ़ से पांच घंटे की देरी से चल रही हैं। हालांकि, एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली हवाई अड्डे पर विमानों का परिचालन सामान्य है। अधिकारी के मुताबिक, चंडीगढ़, वाराणसी और लखनऊ में खराब मौसम के कारण मंगलवार रात तीन उड़ानों को दिल्ली हवाई अड्डे पर लौटा दिया गया या उनका मार्ग बदल दिया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा, मंगलवार देर रात ढाई बजे पालम हवाई अड्डे पर दृश्यता का स्तर सबसे कम 400 मीटर दर्ज किया गया। वहीं, बुधवार सुबह साढ़े पांच बजे सफदरजंग हवाई अड्डे पर दृश्यता घटकर 500 मीटर रह गई। मंगलवार को इन दोनों जगहों पर दृश्यता घटकर 50 मीटर तक हो गई थी। IMD के एक अधिकारी ने पिछले 24 घंटों में दृश्यता में सुधार के लिए मध्य क्षोभमंडल स्तर पर बहने वाली दक्षिण पश्चिमी हवाओं को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने बताया कि इन हवाओं के चलते तापमान में वृद्धि भी दर्ज की गई है। हालांकि, कम तापमान, उच्च नमी और स्थिर हवाओं के बीच पंजाब, हरियाणा, उत्तर-पश्चिम राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में आसमान में घने से बहुत घने कोहरे की परत बरकरार है।
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार सुबह साढ़े पांच बजे बठिंडा में दृश्यता शून्य, गंगानगर, अमृतसर और बरेली में 25 मीटर तथा वाराणसी, बहराइच व अंबाला में 50 मीटर दर्ज की गई। IMD ने कहा कि दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विभाग के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने के आसार हैं। IMD के अनुसार, दिल्ली में अगले कुछ दिनों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमश: 5 डिग्री सेल्सियस और 20 डिग्री सेल्सियस तक गिरने का पूर्वानुमान है।