FIFA World Cup: अर्जेंटीना ने फुटबॉल विश्व कप के फाइनल में फ्रांस को हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। वह तीसरी बार इस ट्रॉफी को जीतने में सफल रहा। इससे पहले अर्जेंटीना 1978 और 1986 में चैंपियन बना था। कतर के लुसैल स्टेडियम में रविवार (18 दिसंबर) को जब कप्तान लियोनल मेसी ट्रॉफी उठाने गए तो एक अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला। मेसी को ट्रॉफी देने से पहले एक काले रंग का गाउन पहनाया गया। फैंस इसे देखकर हैरान गए। विश्व कप में पहली बार ऐसा हुआ था।
लियोनल मेसी को पहनाए गए काले रंग के गाउन का महत्व अरब देशों में बहुत ज्यादा है। लियोनल मेसी की प्रतिष्ठित अर्जेंटीना की जर्सी उससे ढक गई। अरब मुल्कों में इस गाउन को विशेष मौकों पर पहना जाता है। यहां तक कि इसे कोई आम शख्स नहीं पहन सकता है। इस गाउन को बिष्ट के नाम से जाना जाता है।
ऊंट के बालों और बकरी के ऊन से बनता है बिष्ट
इस बिष्ट को बनाने के लिए ऊंट के बालों और बकरी के ऊन का इस्तेमाल किया जाता है। बिष्ट को धर्म गुरुओं के अलावा रॉयल फैमिली के लोग ही पहनते हैं। कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल थानी ने मेसी को यह पहनाया। इस दौरान फीफा के प्रमुख जियाी इंफैंटिनो भी वहां मौजूद थे।
मैच में क्या-क्या हुआ?
अर्जेंटीना के लिए पहले हाफ में लियोनल मेसी और एंजेल डी मारिया ने एक-एक गोल किए। किलियन एम्बाप्पे ने फ्रांस की वापसी कराई और लगातार दो गोल कर दिए। निर्धारित 90 मिनट तक स्कोर 2-2 की बराबरी पर रहने के बाद मुकाबला एक्स्ट्रा टाइम में पहुंच गया। वहां दोनों टीमों को 15-15 मिनट के दो हाफ मिले।
लियोनल मेसी ने 108वें मिनट में गोल कर मैच में अर्जेंटीना को 3-2 से आगे कर दिया। एक बार फिर लगा कि अर्जेंटीना जीत के करीब पहुंच गया है, लेकिन उसके राह में किलियन एम्बाप्पे फिर से खड़े हो गए। उन्होंने 117वें मिनट में गोल कर मैच को 3-3 की बराबरी पर ला दिया। इसके बाद मैच पेनल्टी शूटआउट में पहुंच गया। वहां अर्जेंटीना ने मुकाबले को 4-2 से अपने नाम कर लिया।