राजस्व की शत-प्रतिशत वसूली कर लक्ष्य पूरा करें सम्बन्धित अधिकारीगण-जिलाधिकारी
श्रावस्ती। राजस्व वसूली से जुडे समस्त विभागीय अधिकारियों का दायित्व है कि दिये गये लक्ष्यों के अनुरुप वसूली सुनिश्चित करायें। यदि किसी भी विभागीय अधिकारियों द्वारा वसूली में शिथिलता बरती गयी तो निश्चित ही उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी उक्त निर्देश कलेक्ट्रेट सभागार में वसूली से जुडे विभागीय अधिकारियों के साथ कर-करेत्तर एवं राजस्व वसूली की गहन समीक्षा करने के दौरान जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने दिया है। उन्होंने जोर देते हुऐ कहा कि राजस्व वसूली से ही सरकार द्वारा तमाम जन कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जाता है। इसलिए राजस्व वसूली को सभी विभागीय अधिकारी प्राथमिकता से लें और विशेष रुचि लेकर वसूली करके अपने लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करें। समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि क्रमशः वन, आबकारी, परिवहन एवं अलौह खनन की वसूली लक्ष्य से कम है, इस पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को प्रत्येक दशा में वसूली कर लक्ष्य को भी पूरा करने का निर्देश दिया है।
बैठक में जिलाधिकारी ने राजस्व वादों की भी गहन समीक्षा किया। समीक्षा के दौरान राजस्व वसूली, भूमि पट्टा आवेदन, किसान दुर्घटना बीमा, स्वामित्व योजना, खतौनी पुनरीक्षण आदि की भी समीक्षा की और सम्बन्धित अधिकारियों को राजस्व वसूली में तेजी लाने हेतु निर्देशित किया। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि आर0सी0 मिलान हेतु परिवहन विभाग, विद्युत विभाग एवं बैंक के अधिकारी कलेक्ट्रेट में उपस्थित होकर मिलान करायें।बैठक का संचालन अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) डी0पी0 सिंह ने किया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) सन्तोष कुमार यादव, उपजिलाधिकारी क्रमशः भिनगा प्रवेन्द्र कुमार, इकौना रोहित एवं जमुनहा सौरभ शुक्ला, उपजिलाधिकारी आशुतोष, उपजिलाधिकारी न्यायिक जमुनहा प्रेम कुमार राय, तहसीलदार भिनगा रामप्यारे, जमुनहा मो0 अहमद फरीद खान, अग्रणी बैंक प्रबन्धक जितेन्द्रनाथ श्रीवास्तव, राज्यकर अधिकारी योगेन्द्र कुमार, जिला आबकारी अधिकारी पी0के0 गिरी, ए0आई0जी0 स्टाम्प, अधिशासी अभियंता विद्युत, यात्रीकर अधिकारी रणवीर सिंह चौहान, वाणिज्य कर निरीक्षक तरूण पाण्डेय, बांट-मांप निरीक्षक सहित कलेक्ट्रेट में विभिन्न पटलों पर कार्य देख रहे लिपिक विपिन चटर्जी सहित अन्य सम्बन्धित पटल सहायक एवं सम्बन्धित अधिकारीगण/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।