औरंगाबादः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर दो महीने से भी कम समय में 15,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बिहार के इस मध्य जिले में एक जनसभा में आंकड़े पेश किए। वह शराब, दहेज और बाल विवाह के खिलाफ ‘समाज सुधार अभियान’ के तौर पर औरंगाबाद आए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह आंकड़े पिछले साल 26 नवंबर से इस साल 2 जनवरी के बीच के हैं। इस दौरान 13,013 मामले दर्ज किए गए, 2.31 लाख लीटर देसी शराब और 3.55 लाख लीटर आईएफएमएल जब्त की गयी। इसके अलावा 2,072 वाहनों को भी जब्त किया गया।” यह कार्रवाई दीपावली के आसपास हुई जहरीली शराब की घटनाओं के बाद की गई, जिसमें 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। बिहार में अप्रैल 2016 में शराब की बिक्री और इसके पीने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया। वहीं मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बिहार की महिलाओं से यह वादा किया था।
वहीं नीतीश कुमार ने कहा कि कई ‘विद्वानों’ ने शराब पीने पर रोक लगाने को खारिज कर दिया था। उन्होंने दहेज और बाल विवाह की कुप्रथा पर भी बात की और लड़कियों के विवाह करने की योग्य उम्र 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष किए जाने के केंद्र के कदम का स्वागत किया।