इंदौर । शहर के मौजूदा जोनों पर उपभोक्ताओं के बढ़ते बोझ और काम के दबाव को देखते हुए बिजली के दस नए जोन बनाने का प्रस्ताव कंपनी मुख्यालय को भेजा गया है। वर्ष 2017 में आखिरी बार शहर में नए बिजली जोन बनाए गए थे, जबकि 2010 में सेंट्रल डिविजन के रूप में नया डिविजन बना था। इंदौर शहर में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या छह लाख से ज्यादा है। 30 जोन और पांच डिविजनों में इन उपभोक्ताओं को बांटा गया है। बेहतर आपूर्ति और प्रबंधन के लिहाज से आदर्श स्थिति मानी जाती है कि एक जोन में अधिकतम 25 हजार उपभोक्ता होने चाहिए। अभी शहर में तेजी से बढ़ती प्रवासी आबादी और नई बसाहट के कारण कई जोन में उपभोक्ताओं की संख्या 40 हजार तक पहुंच गई है। ऐसे में बिजली आपूर्ति, मेंटेनेंस से लेकर शिकायत निवारण और मैनेजमेंट तक में जोनों को परेशानी आ रही है।
सिटी सर्कल से बना प्रस्ताव
इंदौर सिटी सर्कल से जोन बढ़ाने का प्रस्ताव बनाकर कंपनी मुख्यालय भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार अधिकारियों ने शहर में डिविजन बढ़ाने की भी सिफारिश की है। फिलहाल पांच डिविजन हैं, जिन्हें बढ़ाकर सात करने का सुझाव दिया गया है। अधिकारी भी मान रहे हैं कि जोन और डिविजन बढ़ने से उपभोक्ताओं के लिए सेवा बेहतर हो सकेगी।
उपभोक्ताओं को होगा लाभ
नए जोन बनेंगे तो पुराने जोनों में से अतिरिक्त उपभोक्ता उनके हिस्से में आ जाएंगे। उन जोन पर अलग से प्रभारी और सहायक इंजीनियरों से लेकर लाइन स्टाफ की तैनाती होगी। वहां अलग से बिजली सुधार मेंटेनेंस व अन्य सेवाओं के लिए संसाधन व बजट दिया जाएगा। इस तरह उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। उनकी समस्याओं का निराकरण जल्दी और बेहतर तरीके से हो सकेगा। नए जोन के बनने को लेकर अधीक्षण यंत्री मनोज शर्मा ने फिलहाल कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया है।