उज्जैन । एक दिन पहले पुरानी कार खरीदी और खेत पर बने मकान के यहां उसे चलाने की कोशिश की। इसी दौरान कार 30 फीट गहरे कुएं में जा गिरी। हादसे में कार में सवार पिता व पुत्री की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, बेटे व भानजी की हालत गंभीर होने पर रतलाम रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि मृतक को कार चलाना नहीं आता था। वह कार में बैठकर गियर बदल रहा था तभी कार रिवर्स होकर कुएं में जा गिरी। नगर के उज्जैन दरवाजा बड़नगर रोड स्थित उड़ान पब्लिक स्कूल के समीपस्थ धाकड़ परिवार में शुक्रवार को मातम छा गया।
पुलिस के अनुसार कन्हैयालाल उर्फ पवनपुत्र राजाराम संगीतला ने एक दिन पूर्व पुरानी कार खरीदी थी। शुक्रवार को वह उज्जैन दरवाजा बड़नगर रोड स्थित उड़ान पब्लिक स्कूल के समीपस्थ बने मकान पर था। सुबह 10.45 बजे वह कार में चला रहा था। कार में 11 वर्षीय पुत्र योगेश, 8 वर्षीय पुत्री लक्ष्मी उर्फ लाली एवं 16 वर्षीय भानजी हेमा उर्फ शिवानी पुत्री दिनेश वरवनिया बैठे हुए थे। अचानक रिवर्स गियर लगने से कार 30 फीट गहरे कुएं में जा गिरी। तेज आवाज सुनकर घर पर काम कर रही कन्हैयालाल की पत्नी व अन्य परिजन बाहर आए तो उनके होश उड़ गए। आत्माराम बैरागी, रजनीश संगीतला एवं बंटी मेहता कुएं में उतरे और सभी को खाट पर बांधकर रस्सी से खींचकर ऊपर लाए। हादसे में कन्हैयालाल एवं लक्ष्मी की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं, योगेंद्र एवं हेमा को शासकीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद रतलाम रेफर कर दिया। जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। इधर हादसे की जानकारी लगने के बाद एसडीएम पुरुषोत्तम कुमार, एसडीओपी पुष्पा प्रजापति, थाना प्रभारी रविंद्र यादव, तहसीलदार अर्पित मेहता सहित पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा।
खुशियां बदली मातम में
कन्हैयालाल ने एक दिन पहले ही लाल कलर की अल्टो कार खरीद थी। इस कारण घर में खुशी का माहौल था। वह अपने परिवार वालों को घुमाने के लिए लेकर आए थे। शुक्रवार को हुए इस हादसे ने खुशियों को मातम में बदल दिया।
कार चलाना नहीं आता था
कन्हैयालाल को पूरी तरह से कार चलाना नहीं आता था। अपने बच्चों सहित भानेज को कार में बैठाकर कार को आगे पीछे कर रहे थे। कार पीछे करने के दौरान कार अनियंत्रित होकर कुएं में जा गिरी।