रायपुर में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञानी अब किसान मंच के वाट्सएप पर किसानों की फसल समस्या का करेंगे निदान
रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञानियों ने अब वाट्सएप पर किसानों की समस्याओं को निरंतर सुनने का फैसला लिया है। किसानों की विभिन्न समस्याओं के निदान और समाधान के लिए विश्वविद्यालय और कालेजों के कृषि विज्ञान केंद्र के जरिए वैज्ञानिक किसान मंच वाट्सएप ग्रुप संचालित किया जाएगा। इसमें हर शनिवार को ई- किसान चौपाल भी आनलाइन लगाया जाएगा।
ग्रुप में 200 किसानों को जोड़ा जाएगा
किसान मंच के वाट्सएप ग्रुप में 150 से 200 हितग्राही किसानों को जोड़ा जाएगा। इसमें कम से कम 20 आश्रित ग्रामों के किसानों को शामिल किया जाएगा, जहां वे अपनी कृषि संबंधित समस्याओं का कृषि वैज्ञानियों द्वारा उचित समाधान प्राप्त कर सकेंगे। इस वाट्सएप समूह में मौसम के अनुरूप कृषि कार्यों की जानकारी भी प्रदान की जाएगी। गौरतलब है कि किसानों को सही समय पर उचित सलाह नहीं मिल पाने के कारण भी उनकी फसल बर्बाद हो जाती है। ऐसे में कृषि विश्वविद्यालय की ओर से किसानों के हित में लिए गए इस फैसले का परिणाम बेहतर हो सकता है और किसानों को अनुमानित नुकसान से बचाया जा सकता है। जिससे किसानों को मौसम की मार से कम से कम नुकसान उठाना पड़े।
ई-किसान चौपाल की होगी अहम भूमिका: डा. एसएस सेंगर
इस कार्यक्रम में किसान आनलाइन जुड़कर अपनी फसलों एवं खेती-बाड़ी की अन्य समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान प्राप्त कर सकेंगे। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. एसएस सेंगर ने बताया कि है कि कोरोना संक्रमण की स्थिति में राज्य के किसानों की खेती-किसानी से संबंधित समस्याओं के निदान एवं समाधान में वैज्ञानिक किसान मंच वाट्सएप गु्रप तथा ई-किसान चौपाल महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।