सूनामी एक्सप्रेस
Kumar pradeep..
गोपालगंज। इस वक्त की बड़ी खबर बिहार के गोपालगंज जिले के भोरे थाना इलाके से सामने आ रही है, जहां पुलिस ने कोर्ट वारंट के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए भोरे प्रखंड के गोपालपुर पंचायत की मुखिया कविता देवी को गिरफ्तार कर लिया है.
फर्जी प्रमाण पत्र बनवा चुनाव लड़ने को लेकर विपक्षी ने दर्ज कराई थी प्राथमिकी।
गिरफ्तार कविता देवी पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर चुनाव लड़ने और चुनाव जीतकर मुखिया बनने का आरोप
पंचायत के ही चुनाव हारने वाली संजू प्रजापति के द्वारा लगाया गया था, चुनाव हारने वाली संजू प्रजापति
जाति प्रमाण पत्र को लेकर लगातार उच्च अधिकारियों के पास शिकायत करती रही. कोई कार्रवाई नहीं होने पर संजू प्रजापति के पति संतोष प्रजापति ने गोपालगंज कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई. जिसमें कोर्ट के आदेश पर स्थानीय थाने में मुखिया कविता देवी, सीओ चंद्र भानु कुमार, तत्कालीन सीआई धनंजय कुमार सिंह के खिलाफ 13 सितंबर 2022 को भोरे थाना में फर्जीवाडे की प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इसी मामले में कोर्ट ने दो दिन पहले ही कविता देवी और राजस्व कर्मचारी धनंजय कुमार सिंह के खिलाफ वारंट जारी किया था.
भोरे सीओ के संलिप्तता का भी चल रहा जांच।
प्रजापति द्वारा दर्ज कराए गए प्राथमिकी में भोरे के तत्कालीन सीआई सह राजस्व कर्मचारी धनंजय सिंह की गिरफ्तारी भी होनी है. वहीं जाति प्रमाण पत्र जारी करने वाले सीओ चंद्रभानु कुमार अभी जांच के घेरे में है।
क्या है मामला
बता दें कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2021 में गोपालपुर पंचायत से मथौली निवासी विजेंद्र गुप्ता की पत्नी कविता देवी चुनाव लड़ी थी. जिसमें उनके द्वारा ससुराल को मायके बताकर फर्जी पते के आधार पर जाति प्रमाण पत्र बनवाया गया था. इस जाति प्रमाण पत्र की जांच राजस्व कर्मचारी धनंजय सिंह के द्वारा की गई थी. जबकि इसे निर्गत सीओ चंद्रभानु कुमार ने किया था. इस प्रमाण पत्र के आधार पर उन्होंने अपना नामांकन भी दाखिल किया और इसके बाद चुनाव लड़कर विजयी हो गई. लेकिन मुश्किलों ने इनका पीछा नहीं छोड़ा,
मुखिया संघ ने गिरफ्तारी पर जताया विरोध.
दूसरी तरफ इस गिरफ्तारी के बाद मुखिया समर्थकों के साथ-साथ मुखिया संघ के अध्यक्ष कमलेश प्रसाद सिंह ने
गिरफ्तारी को लेकर विरोध जताया है, मुखिया संघ के अध्यक्ष का कहना है कि एक महिला जनप्रतिनिधि के साथ केस के इंचार्ज के द्वारा अपराधियों जैसा बर्ताव किया गया, मुखिया प्रतिनिधि के बार बार कहने के बाद भी पुलिस ने चप्पल तक पहने नहीं दिया, यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है,
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
वही इस मामले में भोरे थाना अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 का मामला है,
कोर्ट के द्वारा पूर्व में ही मुखिया की गिरफ्तारी को लेकर वारंट जारी किया गया था, केस अनुसंधानकर्ता और महिला पुलिस बल के द्वारा विजयीपुर में छापेमारी करते हुए कविता देवी को गिरफ्तार किया गया है.जिन्हें आवश्यक पूछताछ के बाद मंडल कारा भेज दिया गया।