पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रमुख सहयोगियों में से एक ने सम्राट अशोक की तुलना मुगल शासक औरंगजेब से करने को लेकर साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता दया प्रसाद सिन्हा की कटु आलोचना की।
जदयू संसदीय बोर्ड के प्रमुख व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट किया, ‘‘वृहत अखंड भारत के निर्माता चक्रवर्ती सम्राट प्रियदर्शी अशोक महान के लिए एक पार्टी विशेष के पदाधिकारी द्वारा अभद्रतापूर्वक अपशब्दों का इस्तेमाल अति निंदनीय है। पार्टी और सरकार से उस व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करता हूं।” वहीं उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी सहयोगी पार्टी भाजपा से पद्मश्री से सम्मानित नाटककार और पार्टी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक दया प्रसाद सिन्हा के खिलाफ पार्टी स्तर पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि उन्होंने ने सम्राट अशोक के बारे में बहुत गलत टिप्पणी की है। वह सम्मान पाने योग्य नहीं है और इसे वापस ले लिया जाना चाहिए। जिस पार्टी के वह पदाधिकारी हैं उसे भी कार्रवाई करनी चाहिए। अशोक, मौर्य वंश के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य के पौत्र और भारत के महान सम्राट थे।
बता दें कि सिन्हा को अशोक के जीवन पर आधारित उनके नाटक के लिए सम्मानित किया गया था। अशोक ने कलिंग के साथ हुए बेहद हिंसक युद्ध में मिली जीत के बाद अहिंसा का रास्ता अपनाया लिया था। नाटककार ने एक प्रकाशन को दिए साक्षात्कार में अशोक के बारे में कई अभद्र टिप्पणी की थी और दावा किया था कि ये ऐतिहासिक शोध पर आधारित हैं। उन्होंने अशोक की तुलना मुगल शासक औरंगजेब से करते हुए यह भी आरोप लगाया था कि अशोक ने अपने जीवन की शुरुआत में ‘‘कई पाप किए” और बाद में उन्हें धर्मपरायणता के लबादे में छिपाने की कोशिश की।