महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल जारी है। ताजा बयान एनसीपी नेता अजित पवार का है, जो हैरानी भरी नजरों से देखा जा रहा है। अजित पवार का कहना है कि यदि 16 बागी विधायक अयोग्य करार दे दिए जाएं, तो भी शिंदे सरकार को कोई खतरा नहीं होगा। अब उनके बयान के मायने भी निकाले जा रहे हैं।
अजित पवार का यह बयान ऐसे समय आया है जब कर्नाटक में भाजपा को मिली हार के बाद समूचा विपक्ष उत्साहित है। अजित पवार की पार्टी भी चुनाव की तैयारी में जुटी है।
बता दें, पिछले दिनों से अजित पवार को लेकर तरह-तरह की खबरें आती रही हैं। पहला कहा गया था कि वे अपने समर्थक विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। फिर जब उनके चाचा शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने की इच्छा जताई तो भी अजित पवार का रुख बाकी नेताओं से अलग था।
कहा जाता है कि अजित पवार और उद्धव ठाकरे के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। यही कारण है कि महाविकास अघाड़ी सरकार में उद्धव ठाकरे के सीएम रहते अजित पवार कम ही सक्रिय नजर आए।