Breaking
अडानी से लेकर मणिपुर तक… कांग्रेस ने बताया किन मुद्दों को संसद सत्र में उठाएगी जंगल से मिला लड़के का शव…रेत दिया गया था गला, पुलिस ने दो दोस्तों से की पूछताछ, एक ने लगा ली फांसी महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी तेज, BJP-शिवसेना-NCP की अलग-अलग बैठकें पत्थर तो चलेंगे… संभल बवाल पर बोले रामगोपाल यादव, अखिलेश ने कहा- सरकार ने जानबूझकर कराया पाकिस्तान से जंग में तीन बंकरों को कर दिया था नेस्तनाबूद , कहानी गाजीपुर के राम उग्रह पांडेय की झारखंड: जिस पार्टी का जीता सिर्फ एक विधायक, उसने भी बोला दे दूंगा इस्तीफा गाजियाबाद: डासना मंदिर के बाहर फोर्स तैनात, यति नरसिंहानंद को दिल्ली जाने से रोका, ये है वजह गूगल मैप ने दिया ‘धोखा’… दिखाया गलत रास्ता, पुल से नदी में गिरी कार, 3 की मौत 30 लाख की नौकरी छोड़ी, UPSC क्रैक कर बने IPS, जानें कौन हैं संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई? संभल: मस्जिद के सर्वे को लेकर 1 घंटे तक तांडव… फूंक दीं 7 गाड़ियां, 3 की मौत; बवाल की कहानी

मध्य प्रदेश में एमबीबीएस द्वितीय और तृतीय वर्ष की हिंदी पुस्तकें एक साथ होंगी तैयार

Whats App

एमबीबीएस की द्वितीय और तृतीय वर्ष की हिंदी में पुस्तकें एक साथ तैयार की जाएंगी। प्रथम वर्ष की पुस्तकें तैयार करने की जिम्मेदारी गांधी मेडिकल कालेज को दी गई थी, पर अब पुस्तकें तैयार करने के लिए एजेंसी का चयन किया जा रहा है। एजेंसी के साथ यह अनुबंध किया जाएगा कि उसे पुस्तकें कितनी मात्रा में और कब प्रकाशित करनी हैं। बता दें कि इसी वर्ष नवंबर से द्वितीय वर्ष की पुस्तकों की आवश्यकता पड़ेगी।

सितंबर तक पुस्तकें तैयार करने की तैयारी है। चिकित्सा शिक्षा संचालनालय के अधिकारियों ने बताया कि द्वितीय वर्ष में पांच और तृतीय वर्ष में सात पुस्तकें लगती हैं। प्रथम वर्ष की तरह अंग्रेजी पुस्तकों का हिंदी में अनुवाद कर पुस्तकें तैयार की जा रही हैं। अनुवाद करने के लिए संबंधित विषयों के फैकल्टी की ड्यूटी लगाई गई है।

अनुवाद का काम लगभग छह माह से चल रहा है। संचालनालय के अधिकारियों ने यह भी बताया कि हिंदी पुस्तकों में अंग्रेजी के प्रचलित शब्दों को उसी रूप में स्पेलिंग के साथ लिखा जाएगा। उदाहरण के तौर पर मधुमेह को स्पेलिंग के साथ डायबिटीज लिखा जाएगा। विद्यार्थियों को प्रकाशक से पुस्तकें खुद खरीदनी होंगी। शासन की तरफ से सिर्फ कालेज के पुस्तकालय में हिंदी पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी।

बता दें कि प्रदेश में पिछले वर्ष से ही सरकारी कालेजों में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में हिंदी पुस्तकें तैयार कराई गई हैं, जिससे हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को पढ़ाई में आसानी हो। मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में अंग्रेजी के साथ हिंदी या मिलीजुली भाषा में प्रश्न के उत्तर लिखने की अनुमति है।

अडानी से लेकर मणिपुर तक… कांग्रेस ने बताया किन मुद्दों को संसद सत्र में उठाएगी     |     जंगल से मिला लड़के का शव…रेत दिया गया था गला, पुलिस ने दो दोस्तों से की पूछताछ, एक ने लगा ली फांसी     |     महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की तैयारी तेज, BJP-शिवसेना-NCP की अलग-अलग बैठकें     |     पत्थर तो चलेंगे… संभल बवाल पर बोले रामगोपाल यादव, अखिलेश ने कहा- सरकार ने जानबूझकर कराया     |     पाकिस्तान से जंग में तीन बंकरों को कर दिया था नेस्तनाबूद , कहानी गाजीपुर के राम उग्रह पांडेय की     |     झारखंड: जिस पार्टी का जीता सिर्फ एक विधायक, उसने भी बोला दे दूंगा इस्तीफा     |     गाजियाबाद: डासना मंदिर के बाहर फोर्स तैनात, यति नरसिंहानंद को दिल्ली जाने से रोका, ये है वजह     |     गूगल मैप ने दिया ‘धोखा’… दिखाया गलत रास्ता, पुल से नदी में गिरी कार, 3 की मौत     |     30 लाख की नौकरी छोड़ी, UPSC क्रैक कर बने IPS, जानें कौन हैं संभल के SP कृष्ण कुमार बिश्नोई?     |     संभल: मस्जिद के सर्वे को लेकर 1 घंटे तक तांडव… फूंक दीं 7 गाड़ियां, 3 की मौत; बवाल की कहानी     |