पटना। Politics on Hooch Tragedy: शराबबंदी कानून पर छिड़ी बहस के बीच शनिवार को नालंदा में जहरीली शराब से मौत की घटना ने सियासत में भूचाल ला दिया है। विपक्षी दल के साथ सरकार में शामिल भाजपा ने भी इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने शराबबंदी कानून को हास्यास्पद बता दिया है। उन्होंने कहा है कि इस कानून की समीक्षा होनी चाहिए। शराबबंदी कानून का खामियाजा सिर्फ गरीबों को भुगतना पड़ रहा है। माफिया और बड़े कारोबारी नहीं पकड़े जा रहे हैं।
शराबबंदी कानूनी की होनी चाहिए समीक्षा
नालंदा में सात लोगों की मौत को लेकर बीजेपी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने शराबबंदी कानून को हास्यास्पद बता डाला। पटेल ने कहा कि शराबबंदी कानून की समीक्षा होनी चाहिए। कार्रवाई के नाम पर गरीब लोगों की गिरफ्तारी हो रही है लेकिन, माफिया और बड़े कारोबारी नहीं पकड़े जा रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा है कि नालंदा में जहरीली शराब से मौत की जानकारी मिली है। ये दुखद है। बिहार में जहरीली शराब की बिक्री लगातार हो रही है। बिहार में शराबबंदी है, इतना अभियान चलाया जा रहा है। इसके बादवजूद शराब की बिक्री हो रही है।सरकार को इसपर विचार करना चाहिए।
प्रशासन के लोग नहीं हो रहे सचेत
बार-बार हम कह रहे हैं कि समीक्षा होनी चाहिए। कहीं न कहीं कुछ त्रुटियां हैं। उस कारण ही शराब की बिक्री हो रही है। प्रशासन के लोग सचेत नहीं हो रहे। शराबबंदी की गई है तो उसे जमीन पर उतरना चाहिए। सिर्फ कागज पर नहीं दिखना चाहिए। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Deputy CM Tarkishor Prasad) ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन हमारी सरकार कटिबद्ध है कि लोग शराब नहीं पीयें, शराब की बिक्री नहीं हो। इस तरह की घटनाएं होने पर कार्रवाई भी होती है। आने वाले दिनों में इस तरह की घटनाएं नहीं हो, इस पर भी सरकार काम करती है।