Sunami express. kumar pradeep.
गोपालगंज।भोरे में 9 धुर जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर चले ईट पत्थर और गोलीबारी में स्थानीय थाना क्षेत्र का लाला छापर पोखरा स्थित बाजार रण क्षेत्र में तब्दील हो गया, ईट पत्थर और गोलीबारी की घटना के बीच खेत में शौच करने पहुंचे लोग, जमीन पर लेट कर अपनी जान बचाई, हालांकि गोलीबारी की इस घटना में कही से भी किसी तरह के हताहत की खबर नहीं है, वही घटना की सूचना स्थानीय लोगों के द्वारा भोरे पुलिस को दी गई, वही अहले सुबह हुई इस घटना के बाद भोरे थाना अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार यादव थाने के एसआई संजय कुमार त्रिवेदी दलबल के साथ घटनास्थल पहुंचे, वहीं पुलिस वाहन को देख दोनों पक्षों के कई लोग वहां से फरार हो गए,लेकिन इसी बीच भोरे थाना अध्यक्ष ने दो लोगो को दो बाइक के साथ हिरासत में ले लिया, वहीं पुलिस की चल रही इस कार्रवाई में घटनास्थल से जहां पुलिस ने एक खोखा को बरामद किया,वही भोपतपुरा गांव निवासी मनोज शाह के घर से एक राइफल को भी बरामद कर लिया,
क्या है मामला—
बता दें कि जिस जमीन को लेकर पत्थरबाजी और गोलीबारी की घटना सामने आई है, यह पूरा मामला भोरे थाना इलाके लाला छापर पोखरा स्थित मुख्य पथ का है, पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक 1 माह पूर्व ही इस 9 धुर जमीन को लेकर स्थानीय थाना के विर्तीटोला गांव निवासी शिवजी सिंह और भोपतपुरा गांव निवासी मनोज साह के बीच विवाद हुवा था जिस पर स्थानीय थाना अध्यक्ष ने धारा 144 के तहत कार्रवाई की थी,
हालांकि हथुआ अनुमंडल में चल रही धारा 144 की करवाई अभी लंबित है, कि आज सुबह इस जमीन पर कब्जा जमाने को लेकर पत्थरबाजी और गोलीबारी की घटना सामने आई है, बरहाल इस पूरे मामले में अभी पुलिस की तरफ से प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
क्या कहते हैं एसडीपीओ..
वही गोलीबारी की इस घटना को लेकर जब हथुआ एसडीपीओ अनुराग कुमार से कुमार प्रदीप ने बात की गई तो उन्होंने कहा कि अहले सुबह में जमीनी विवाद को लेकर गोलीबारी की घटना सामने आई है, किसी भी तरह के हताहत की सूचना नहीं है, स्थानीय पुलिस के द्वारा दो मोटर बाइक सहित 2 लोगों को हिरासत में लिया गया है, साथ ही घटनास्थल से एक खोखा भी बरामद किया गया है,वही प्लॉट से जुड़े एक व्यक्ति के पास से राइफल को जप्त किया गया है, साथ ही जप्त की गई हथियार के सत्यापन के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। बरहाल पूरे घटनाक्रम पर पुलिस की पैनी नजर है दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।