भारत के मून मिशन चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम से दोबारा संपर्क स्थापित होने की उम्मीदें टूट गई हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन लगातार लैंडर से संपर्क करने के लिए सभी प्रयास करता रहा है, लेकिन अब तक उसे कोई सफलता नहीं मिल पाई है। इसी बीच इसरो चीफ के सिवन ने शनिवार को कहा कि चंद्रयान-2 के लैंडर से संपर्क नहीं हो पा रहा है। ऑर्बिटर काम कर रहा है।
सिवन ने कहा कि चंद्रयान-2 विक्रम लैंडर के चांद पर उतरने के 14 दिन पूरे हो चुके हैं। हम विक्रम लैंडर से संपर्क स्थापित करने में सफल नहीं हो पाए। लेकिन चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर बिल्कुल सही और अच्छा काम कर रहा है। इस ऑर्बिटर में कुल आठ उपकरण लगे हैं। हर उपकरण का अपना अलग-अलग काम निर्धारित है। ये सभी उस काम को बिल्कुल उसी तरह कर रहे हैं जैसा प्लान किया गया था।
इसरो चीफ ने कहा कि जहां तक सवाल लैंडर का है तो हम उससे संपर्क नहीं कर पाए हैं। हमारी अगली प्राथमिकता गगनयान मिशन है । इसरो ने आठ सितंबर को कहा था कि ‘चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने लैंडर की थर्मल तस्वीर ली है, लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद इससे अब तक संपर्क नहीं हो पाया। विक्रम के भीतर ही रोवर ‘प्रज्ञान बंद है जिसे चांद की सतह पर वैज्ञानिक प्रयोग को अंजाम देना था, लेकिन लैंडर के गिरने और संपर्क टूट जाने के कारण ऐसा नहीं हो पाया।