रायपुर। मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं ने जहां पीएम की निंदा की है, वहीं भाजपा नेताओं ने पीएम के समर्थन में राज्य सरकार को घेरा है। इस बीच, मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री के बयान में छत्तीसगढ़ का जिक्र आने पर राजधानी रायपुर में युवक कांग्रेस ने विरोध जताया है। सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा की केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए। साथ ही जयस्तंभ चौक पर रायपुर में पीएम मोदी का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया।
पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस-भाजपा आमने सामने
उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने ट्वीट किया कि 80 दिन, इतना वक्त लगा प्रधानमंत्री को ”मणिपुर” बोलने में, गुस्सा आने में। आज जब बोले भी तो ऐसा मानो, देश को नहीं, चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हों। प्रधानमंत्री जी, क्योंकि आपने मणिपुर के साथ छत्तीसगढ़ का नाम लिया, तो आपको बता दें, छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था बरकरार है।
गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया, इंटरनेट मीडिया में वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान में लिया। प्रधानमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए राजस्थान और छत्तीसगढ़ का उल्लेख किया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ का क्यों नाम लिया यह समझ से परे है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने किया पलटवार
वहीं, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि प्रदेश में नग्न प्रदर्शन ने छवि को खराब किया है। प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ का नाम लेकर कोई गलत नहीं किया। यहां कानून व्यवस्था लचर है।
वहीं, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जिस तरीके से प्रदेश में नग्न प्रदर्शन हुआ और सरकार ने युवाओं पर कार्रवाई की, इससे न सिर्फ छत्तीसगढ़ की बदनामी हुई है, बल्कि देश का सिर झुकाने का काम हुआ है। इससे पहले खालिस्तान का नारा लगाकर लोग निकल गए। सरकार का पूरा इंटेलिजेंस फेल है। कार्रवाई कुछ भी नहीं हो पा रही है। सीएम बघेल ऐसा क्यों चाहते हैं कि उनका नाम न लिया जाए। अपनी कमजोरी को क्यों छिपाना चाहते हैं।