उज्जैन। मध्य प्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी है। उज्जैन में बारिश से विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के गणेश मंडपम में पानी भर गया, जिसे मोटर लगाकर बाहर निकाला गया। इस कारण मंदिर में दर्शनों के लिए पहुंचने वाले दर्शनार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार, अभी वर्षा का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने उज्जैन में वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है। ऐसे में मंदिर प्रबंधन इस परेशानी को दूर करने के प्रयास कर रहा है। उल्लेखनीय है कि सावन और अधिक मास होने से महाकाल मंदिर में भगवान महाकाल के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं।
उज्जैन में तेज बारिश के बाद शिप्रा नदी उफान पर
उज्जैन में शुक्रवार सुबह तेज वर्षा हुई। आठ बजे बाद मौसम खुला और धूप भी निकली। इसके बाद दिनभर उमस बनी रही। शाम होते ही एक बार फिर झमाझम का दौर चला। मौसम विभाग ने शनिवार को भी तेज वर्षा की संभावना जताई है। उज्जैन के आसपास हो रही वर्षा के कारण शिप्रा नदी में भी जलस्तर बढ़ गया। कई मंदिर जलमग्न हो गए। अभी तक जिले में औसत 381 मिमी वर्षा दर्ज की गई। पिछले चौबीस घंटे में जिले में 27.2 मिमी औसत वर्षा हुई। पिछले चौबीस घंटे के दौरान उज्जैन तहसील में 62 मिमी, घट्टिया में 12, खाचरौद में 32, नागदा में 52, बड़नगर में 10, महिदपुर में 23, झारड़ा में 24 और तराना तहसील में 20 और माकड़ोन तहसील में 10 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है।
सावन माह में करें महाकाल के लाइव दर्शन
गंभीर डैम में 1425 एमसीएफटी पानी
2250 मिलियन क्यूबिक फीट (एमसीएफटी) जल संग्रहण क्षमता वाला गंभीर बांध आधे से ज्यादा भरा गया है। शुक्रवार को बांध में 1425 एमसीएफटी पानी एकत्र था। इतना कि आठ एमसीएफटी प्रतिदिन की जरूरत के हिसाब से अगले 165 दिन शहर में आसानी से प्रदाय किया जा सकता है। निगम के अनुसार गत वर्ष इस अवधि में बांध में 1070 एमसीएफटी पानी एकत्र था। इंदौर के यशवंत सागर डैम का एक गेट खुलने के बाद गंभीर डैम में पानी की आवक तेज हो सकती है।
वर्षा के कारण कई स्थानों पर समस्या भी
लगातार हो रही वर्षा के कारण कई क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति भी बन रही है। दरअसल कई इलाकों में पानी की निकासी ठीक से नहीं होने पर यह समस्या बन रही है। सड़कों पर भी पानी भरा रहा है।