जबलपुर। अधारताल अंतरगत निर्मलचंद वार्ड क्रंमाक 60 के सफाई सुपरवाइजर को घूस लेना महंगा पड़ गया। सफाई कर्मचारी की फर्जी हाजिरी भरने के एवज में सुपरवाइजर द्वारा रिश्वत लेते किसी ने कैद कर लिया और उसका वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया में वायरल कर दिया। वार्ड सुपरवाइजर की ये करतूत जब नगर निगम पहुंची तो स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया। आनन-फानन में स्वास्थ्य अधिकारी ने सुपरवाइजर को हटाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। वहीं मामले की जांच करने की बात कही जा रही है।
वायरल वीडियो साफ दिख रहा है कि सुपरवाइजर सफाई कर्मचारी से पैसे ले रहा है। नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि निर्मलचंद जैन वार्ड में पदस्थ सफाई सुपरवाइजर राजदत्त कोबरा वार्ड में तैनात एक संविदा सफाई कर्मचारी की फर्जी हाजिरी लगाने के एवज में रिश्वत ले रहा था। संविदा कर्मचारी ड्यूटी पर नही आ रहा था। संविदा सफाई कर्मी से कितने रुपये लिए गए इसकी जांच की जा रही है।
32 में 10 सफाई कर्मचारी ही करते है सफाई
निर्मलचंद वार्ड में वैसे तो 32 संविदा सफाई कर्मचारी और ठेके के चार कर्मचारी सफाई कार्य के लिए लगाए गए हैं। लेकिन इनमें से बमुश्किल 10 से 12 संविदा कर्मचारी और ठेके के चार कर्मचारी ही पहुंचते हैं। संविदा कर्मचारी ड्यूटी पर न आने वालों से पैसे लेकर फर्जी हाजिरी लगा रहा है। वहीं वार्ड पार्षद रीना यादव ने भी बताया कि जितने सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है उतने कभी नहीं आते।
सफाई सुपरवाइजर का रिश्वत लेते वीडियो वायरल हुआ है। सुपरवाइजर को तत्काल हटा दिया गया है साथ ही शो काज नोटिस जारी किया गया है। जवाब संतोषजनक न होने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
भूपेंद्र सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम