जयपुर। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत वसुंधरा राजे को लेकर दिए गए अपने बयान को लेकर फिर चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि मैं और भाजपा की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे मिले हुए हैं। ऐसा कुछ नहीं है, मैंने राज्य में जो विकास के काम करवाए उसे वसुंधरा ने सीएम बनने के बाद बंद करवा दिया था। सीएम गहलोत ने कहा कि मैं पिछली बार जब मुख्यमंत्री था तो राजस्थान में रिफाइनरी का काम शुरू करवाया और कई विश्वविद्यालय भी खोले, पर वसुंधरा राजे ने सत्ता में आने के बाद इनका काम बंद करवा दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि इस काम में केंद्र सरकार ने भी उनका साथ दिया था
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राजनीति में मेरा अनुभव 50 साल का है। लेकिन अनुभव होना कोई विकल्प नहीं होता। इस बयान के जरिए उन्होंने राजस्थान में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में खुद को कांग्रेस की ओर से सीएम का चेहरा बताने की कोशिश की।
राजस्थान में शिक्षक सम्मान के कार्यक्रम में सीएम गहलोत ने कहा कि सरकार प्रदेश में शिक्षकों के ट्रांसफर की नीति को तैयार कर रही है। इसके बाद शिक्षकों के ट्रांसफर किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और गुजरात में ट्रांसफर को लेकर निति बनी हुई है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीमार शिक्षकों को ट्रांसफर को लेकर राहत दिए जाने की बात भी उन्होंने कही।
भाजपा सरकार की सोच नकारात्मक थी
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा सरकार की सोच नकारात्मक थी और हमारी सरकार की सोच सकारात्मक है। उन लोगों की सोच में दुश्मनी निकालना, तनाव फैलाना है। उनमें जरा भी सहनशीलता नहीं है। वो आलोचना करते हुए लोगों को देशद्रोही बताने लगते हैं। सीएम गहलोत ने कहा आलोचनाओं का स्वागत है, विपक्ष का काम ही आलोचना करना होता है।