हिंदू धर्म में भगवान गणेश का प्रथम पूजनीय माना गया है। भगवान गणेश विघ्नहर्ता, सुखकर्ता, विनायक आदि नामों से भी पुकारा जाता है। पौराणिक मान्यता है कि किसी भी मांगलिक कार्य को करने से पहले भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है। फिलहाल देशभर में गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, अनंत चतुर्दशी को भगवान गणेश का विसर्जन कर दिया जाएगा। यदि आप भी चाहते हैं कि भगवान गणेश आपके परिवार पर कृपा बरसाएं तो विसर्जन से पहले ये काम जरूर करना चाहिए।
विसर्जन से पहले ऐसे करें पूजा
- गणेश जी को लाल चंदन, लाल पुष्प, दूर्वा, बेसन के लड्डू, पान, सुपारी, धूप-दीप अर्पित करें।
- अपने पूरे परिवार के साथ गणपति की आरती करना चाहिए।
- अनंत चतुर्दशी के दिन विसर्जन से पहले हवन करना चाहिए।
- अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश जी अपने घर लौटते हैं। उन्हें खाली हाथ विदा नहीं करना चाहिए।
- विसर्जन के समय गणेश जी के हाथ में लड्डू की पोटली जरूर रखना चाहिए।
छोटी मूर्ति है तो टब में करें विसर्जित
भगवान गणेश की विसर्जन के समय भी कुछ बातों की सावधानी रखना चाहिए। अगर भगवान गणेश की मिट्टी की मूर्ति छोटी है तो घर में पानी के टब में ही विसर्जित कर दें। मिट्टी घुलने के बाद पानी को गमलों में डाल दें, लेकिन यदि मिट्टी की मूर्ति बड़ी है तो किसी बड़े तालाब में जाकर भी विसर्जन कर सकते हैं। विसर्जन के दौरान गणपति भगवान को अगले वर्ष एक बार फिर आने का न्योता देना चाहिए। विसर्जन के समय स्वच्छता का पूरा ख्याल रखें। विसर्जन के समय वस्त्र धारण नहीं करना चाहिए।
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