भोपाल। आइसबीटी स्थिति निगम कार्यालय में शुक्रवार को उस समय लोग सकते में आ गए, जब वहां एक दिव्यांग अपने परिवार के साथ जोर-जोर से रोते हुए पहुंचा। इस तरह रोने की आवाज सुनकर महापौर ने दिव्यांग को अपने कक्ष में बुलाया। रोने का कारण पूछने पर दिव्यांग ने बताया कि वह बीते कई वर्षों से पीएम आवास के लिए चक्कर लगा रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं कमाई का कोई जरिया नहीं होने से भीख मांग कर परिवार का गुजारा करना पड़ रहा है। उसकी मांग सुनने के बाद महापौर ने यथासंभव मदद का आश्वासन दिया, जिसके बाद दिव्यांग वापस लौटा।
दिव्यांग का नाम आशीष तायवाड़े है। वह वार्ड क्रमांक 27 में रहता है। महापौर से उसने बताया कि वह अस्थिबाधित है और पत्नि को अंधता की बीमारी है। इनकी एक बच्ची भी है, लेकिन रोजगार नहीं होने से भीख मांग कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। महापौर ने पूछा कि काम क्यों नहीं करते, तो बोला कि आप निगम में ही कहीं नौकरी लगवा दीजिए। नहीं तो मैं परिवार के साथ जीवन त्याग दूंगा। इसके बाद महापौर ने उसके आवेदन पर यथासंभव मदद करने का आश्वासन दिया। लेकिन दिव्यांग पीएम आवास के आवेदन की पावती लेने की जिद करता रहा, इसे लेने के बाद ही वापस लौटा।