शराब घोटाले मामले में ED ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने 10 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद संजय सिंह को गिरफ्तार किया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले के संबंध में बुधवार सुबह (आप) के सांसद संजय सिंह के परिसरों पर छापे मारे थे। अधिकारियों ने बताया कि मामले के संबंध में कुछ अन्य लोगों के परिसरों पर भी छापे मारे गए थे। ईडी ने पिछले दिनों इस मामले में चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें संजय सिंह का भी नाम है।
जानकारी के मुताबिक संजय सिंह से ईडी ने करीब 10 घंटे तक लंबी पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद ईडी ने संजय सिंह को अरेस्ट कर लिया है। फिलहाल संजय सिंह अपने घर पर ही मौजूद हैं। इसके बाद पैरामिलिट्री फोर्स की मौजूदगी बढ़ा दी है। अब ईडी के अधिकारी संजय सिंह को लेकर जाएंगे। वहीं आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का भी संजय सिंह के घर के बाहर एकत्र होना शुरू हो गया है।
ऐसे कई छापे मारे जाएंगे, लेकिन डरने की कोई जरूरत नहीं
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह के आवास पर प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) के छापे दिखाते हैं कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2024 के लोकसभा चुनाव में हार को देखते हुए हताशा भरे कदम उठा रही है। ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने कहा कि ऐसे कई छापे मारे जाएंगे, लेकिन डरने की कोई जरूरत नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि ईडी ने दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले के संबंध में बुधवार सुबह ‘आप’ सांसद संजय सिंह के परिसरों पर छापे मारे। उन्होंने बताया कि मामले से जुड़े कुछ अन्य लोगों के परिसर पर भी छापे मारे जा रहे हैं।
पहले भी कुछ नहीं मिला, आज भी नहीं मिलेगा
‘आप’ प्रवक्ता रीना गुप्ता ने कहा, ‘‘संजय सिंह अडाणी के मुद्दे पर सवाल पूछते रहे हैं, इसलिए उनके आवास पर छापे मारे जा रहे हैं। केंद्रीय एजेंसियों को पहले भी कुछ नहीं मिला था और आज भी कुछ नहीं मिलेगा। पहले, उन्होंने कल कुछ पत्रकारों के आवास पर छापे मारे और आज वे संजय सिंह के आवास पर तलाशी ले रही हैं।”
बेटा ईडी के साथ सहयोग कर रहा है- दिनेश सिंह
संजय सिंह के पिता दिनेश सिंह ने कहा कि उनका बेटा ईडी के साथ सहयोग कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ईडी अपना काम कर रही है। मुझे सटीक वक्त तो नहीं पता, लेकिन सुबह करीब साढ़े सात बजे वे छापे मारने आए… मैंने ईडी अधिकारियों को बताया कि वे देर रात तक तलाशी ले सकते हैं, हम नहीं चाहते कि वे बार-बार आएं।”
ईडी ने इस मामले में पहले उनके स्टाफ सदस्यों और उनसे जुड़े अन्य लोगों से पूछताछ की थी। ऐसा आरोप है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने के लिए दिल्ली सरकार की 2021-22 के लिए लायी गयी आबकारी नीति ने गुटबंदी को बढ़ावा दिया और कुछ डीलरों को फायदा पहुंचाया जिन्होंने इसके लिए कथित तौर पर रिश्वत दी थी। ‘आप’ ने इस आरोप का खंडन किया है।