Local & National News in Hindi
ब्रेकिंग
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से ज्यादा अमीर है उनकी पोती, जानिए कितनी है संपत्ति भारत को 2 हफ्तों में 53000 करोड़ का नुकसान, क्यों उछल रहा इस्लामाबाद WhatsApp पर शुरू हुआ Status Ads फीचर, आपको कहां दिखेगा? शनि दोष से मुक्ति के लिए सावन के शनिवार को शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं? हफ्ते में कितने दिन बाद करना चाहिए शैंपू ? जानें स्कैल्प हेल्थ से जुड़ी जरूरी बातें चंदन मिश्रा हत्याकांड में 5 अरेस्ट, पश्चिम बंगाल से STF ने दबोचा प्रयागराज: फ्लाईओवर के नीचे सो रहे लोगों को कार ने रौंदा, महिला की मौत; गुस्साए लोगों ने गाड़ी में ल... बिहार: बिजनेस में घाटा, लाखों का कर्ज…सह नहीं पाया परिवार, एक ही परिवार के 5 लोगों ने खाया जहर, 4 की... दोस्त की पत्नी-साली और बेटी को लेकर भागा मौलाना… पहले पढ़ाया कलमा, फिर धर्मांतरण के बाद कर डाला कांड मंदिर में घुसा चोर, बेशकीमती सामान समेटकर भागने ही वाला था, तभी आ गई नींद, फिर जो हुआ…

पाइपलाइन फटने के बाद लापता चार लोगों की खोज जारी

0 40

हाफलोंगः असम के दीमा हसाओ जिले में एक पनबिजली संयंत्र तक पानी पहुंचाने वाली पाइपलाइन फटने के बाद से उन चार लोगों का मंगलवार तक कोई पता नहीं चल पाया है जो पंप हाउस में फंसे थे। यह पाइपलाइन सोमवार को फटी थी। कोपीली हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्लांट तक प्रति सेकंड 12,000 लीटर पानी पहुँचाने वाली पाइपलाइन फटने के कारण पंप हाउस सहित संयंत्र का बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया। इसके बाद से राज्य सरकार के अधीन आने वाली नार्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन (नीपको) के तीन कर्मचारी और एक अन्य कर्मी का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है।

अधिकारियों ने बताया कि लापता व्यक्तियों की पहचान रोबर्ट बेट, प्रेमपाल बाल्मीकि, जॉय सिंग टिस्सू, और राजू रेड्डी के रूप में की गयी हैं। दीमा हसाओ जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के परियोजना अधिकारी रिक्की फूकन के अनुसार सोमवार को दुर्घटनास्थल पर एक बचाव दल भेजा गया था जो लापता व्यक्तियों की खोज कर रहा है। फूकन ने बताया कि पानी के अत्यधिक दबाव के कारण बचाव दल को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पानी कम होने पर ही खोजी दल सुगमता से काम कर पायेगा। दुर्घटना के बाद नीपको ने पानी का दबाव कम करने के लिए जलाशय के सभी दरवाजे खोल दिए हैं।  दीमा हसाओ जिले के प्रशासनिक उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल पर पहुँच कर स्थिति का जायजा लिया। परियोजना स्थल पर कुछ अन्य स्थानों पर फंसे लोगों को बचा लिया गया है। कोपीली पनबिजली परियोजना कोपीली नदी पर स्थित है जिसकी शुरुआत 1976 में हुई थी। यह नीपको की पहली परियोजना थी जिसकी कुल क्षमता 275 मेगावाट है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.