इंदौर। इस बार 14 अक्टूबर को सर्वपितृ अमावस्या है। इसी दिन पितृ पक्ष का समापन होगा। सर्व पितृ अमावस्या पर सभी पितरों की विशेष पूजा की जाती है। इस साल सर्व पितृ अमावस्या तिथि पर साल का आखिरी लगने वाला है। यह ग्रहण रात्रि काल में लगेगा। इस प्रकार पितर पूजा में कोई बाधा नहीं आएगी। आप पंचांग द्वारा निर्धारित समय पर अपने पितरों को तर्पण कर सकते हैं। पंडित आशीष शर्मा के अनुसार, सूर्य ग्रहण के दिन 4 राशियों के लोगों को विशेष ध्यान रखना चाहिए। आइए, जानें कि इन राशि वालों पर सूर्य ग्रहण का क्या प्रभाव पड़ेगा।
सूर्य ग्रहण समय
ज्योतिषियों के मुताबिक, सर्वपितृ अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार रात 8.34 बजे शुरू होगा और 2.25 बजे खत्म होगा। यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। अतः सूतक मान्य नहीं होगा।
राहु इस समय मेष राशि के लग्न भाव में है। सूर्य देव कन्या राशि में विराजमान हैं। इस दौरान सूर्य देव मेष राशि के छठे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं। सूर्यग्रहण के दिन मेष राशि वालों को अपनी वाणी पर संयम रखना चाहिए। किसी का भी अपमान न करें। दुर्घटना हो सकती है। लड़ाई-झगड़े से दूर रहें। शत्रुओं से सावधान रहने की जरूरत है। इस दिन कोई भी विशेष काम न करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के स्वामी सूर्य देव हैं इसलिए सिंह राशि के जातकों पर राहु का बहुत अधिक प्रभाव रहेगा। इस समय सूर्य देव की दृष्टि सिंह राशि के धन भाव पर है। इस दिन किसी भी प्रकार का लेन-देन न करें। नकारात्मकता को खुद पर हावी न होने दें। धोखा मिल सकता है, सावधान रहें। परिवार के साथ मतभेद हो सकते हैं।
कन्या राशि
सूर्य देव इस समय कन्या राशि के लग्न भाव में विराजमान हैं। ग्रहण के दिन कन्या राशि के जातकों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। कोई चिंता परेशान कर सकती है। जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिलेंगे। इस दिन कोई भी बड़ा फैसला न लें। वाद-विवाद से दूर रहें। खास मित्र से किसी बात पर झगड़ा हो सकता है।
धनु राशि
सूर्य देव इस समय कन्या राशि में विराजमान हैं। धनु राशि के करियर भाव पर सूर्य देव की दृष्टि है। मन मुताबिक सफलता के लिए कुंडली में सूर्य को मजबूत करना चाहिए। व्यापार में नुकसान हो सकता है। ऑफिस में किसी से लड़ाई-झगड़े हो सकते हैं। जीवनसाथी के साथ रिश्ते में दरार आ सकती है। वाणी पर संयम रखने की आवश्यकता है।
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