इंदौर। हमारा इंदौर केवल स्वच्छता और सुंदरता के लिए ही प्रसिद्ध नहीं है बल्कि यहां ऐसी कई खूबियां हैं, जिनके कारण देश-विदेश में शहर की अलग पहचान है। इस शहर में हुनर को तराशने की काबीलियत है। इसी सकारात्मकता का प्रमाण है कि मैं मिसेस पाजिटिव यूनिवर्स का ताज प्राप्त कर सकी।
इंदौर की युवतियों को आगे लाना है
फिलीपींस में हुई स्पर्धा में विजेता बनकर लौटी प्रिया अब अपने शहर की युवतियों के लिए कुछ करना चाहती हैं। इसी कोशिश में उन्होंने फिलीपींस में आयोजन समिति के अधिकारियों से इंदौर में मिसेस एशिया पैसेफिक करवाने की बात कही, तो मिसेस पाजीटिव स्पर्धा को इंदौर में करवाने की सहमति मिल गई। प्रिया सिंह कहती हैं कि यह स्वीकृति यहां की स्वच्छता, सुंदरता और यहां के लोगों के हुनर के आधार पर मिली। इस शहर से मुझे प्रशिक्षण मिला, मेरा आत्मविश्वास बढ़ा और यहां के डिजाइनर द्वारा तैयार परिधान पहनकर ही मैंने कई राउंड में सफलता भी प्राप्त की। अब मैं अपने इस शहर के लिए कुछ करना चाहती हूं और इसी का परिणाम है यह कान्टेस्ट।
30 देशों के प्रतिभागी होंगे शामिल
इंदौर में होने वाले आयोजन में 30 से अधिक देशों के प्रतिभागी शामिल होंगे। इसके तहत पहले मिसेस एशिया पैसिफिक, मिस एशिया पैसिफिक और अंत में मिस्टर एशिया पैसिफिक पेजेंट का आयोजन होगा। कान्टेस्ट की शुरुआत मिसेस श्रेणी से होगी। इनमें तीन आयु वर्ग में चयन किया जाएगा। पहला आयुवर्ग 18 से 35, दूसरा 35 से 45 और तीसरा 45 से अधिक उम्र का होगा।