जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी करने को लेकर केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री व प्रदेश के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी के आवास पर गुरुवार को प्रदेश कोर कमेटी की बैठक हुई है।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में तकरीबन 80 सीटों पर संभावित प्रत्याशियों के नामों को लेकर चर्चा हुई है। उधर, 41 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद प्रदेश भाजपा में उपजे असंतोष के स्वर को थामने के लिए पार्टी आलाकमान पूरी कोशिश में जुटा है।
नड्डा ने वरिष्ठ नेताओं संग की बैठक
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को कोटा व अजमेर के नेताओं के साथ बैठक कर एकजुटता का संदेश दिया।नड्डा ने पिछले सप्ताह उदयपुर व जोधपुर में भाजपा के जिला स्तरीय नेताओं की बैठक ली थी। इस बीच, गुरुवार को जोशी बीकानेर पहुंचे।
उन्होंने पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, केंद्रीय विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम सहित तीन वरिष्ठ प्रचारकों के साथ बैठक की।
सूत्रों के अनुसार, जोशी ने असंतोष को थामने के लिए आरएसएस की मदद मांगी। साथ ही आरएसएस पदाधिकारियों को विश्वास दिलाया कि उनकी सलाह को प्रत्याशी चयन व चुनावी रणनीति बनाने में पूरा महत्व दिया जाएगा। दरअसल, पहली सूची में जारी तीन नामों पर आरएसएस के प्रदेश पदाधिकारियों ने आपत्ति जताई थी।जोशी ने विधायकों, पूर्व विधायकों व संगठन के पदाधिकारियों के साथ अलग से बैठक की।
प्रत्याशियों का हो रहा विरोध
उधर, पहली सूची में घोषित 41 में से 12 प्रत्याशियों का विरोध अब भी जारी है। सांचौर सीट से घोषित प्रत्याशी देवजी पटेल, बस्सी में चंद्रमोहन मीणा, झोटवाड़ा में राज्यवर्धन सिंह राठौड़, तिजारा में बालकनाथ, बानसूर में देवीसिंह शेखावत, झुंझुनूं में बबूल चौधरी, नगर में जवाहर सिंह, किशनगढ़ में भागीरथ चौधरी, देवली में विजय बैंसला, कोटपुतली में हंसराज पटेल, लक्ष्मणगढ़ में सुभाष महरिया, डूंगरपुर में बंशीलाल और बागीडोरा में कृष्णा कटारा का भाजपा के कार्यकर्ता ही विरोध कर रहे हैं।
प्रत्याशी घोषित
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने बानसूर सीट से पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा, भादरा से मुकेश चौपड़ा, तिजारा से उदमीराम, सादुलपुर से सत्यवान सिंह, नगर से नेम सिंह व सिरोही से मोतीलाल को प्रत्याशी घोषित किया है। शर्मा पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण भाजपा से निष्कासित किया हुआ है। वे पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के निकट माने जाते थे।