भोपाल। कुछ दिन पहले एएएफ में पदस्थ आरक्षक ने भदभदा के पुल से बड़ा तालाब में कूदकर जान दे दी थी। मामले की जांच में पुलिस को पता चला कि वह अपनी पत्नी की प्रताड़ना से मानसिक रूप से काफी परेशान हो चुका था। इसी के चलते उसने इस तरह का कदम उठा लिया था। पुलिस ने आरक्षक की पत्नी के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है। अभी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
यह है मामला
रातीबड़ थाना प्रभारी हेमंत श्रीवास्तव के मुताबिक 42 वर्षीय दिलेश्वर एसएएफ में आरक्षक के पद पदस्थ था। बीते 18 अक्टूबर को उसने भदभदा पुल बड़ा तालाब में छलांग लगा दी थी। पानी में डूबने के कारण उसकी मौत हो गई थी। पुलिस को उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। स्वजन से हुई पूछताछ में पता चला कि उसकी पत्नी प्रवीणा उसे मानसिक रूप से लगातार प्रताड़ित कर रही थी। उन्होंने प्रताड़ना के सबूत के तौर पर पुलिस को पत्नी द्वारा पति के साथ हुई वाट्सएप की चैटिंग भी सौंपी। साथ ही उन्होंने अपने बयानों में भी प्रवीणा द्वारा दिलेश्वर को लगातार परेशान करने की बात कही थी। इस आधार पर शुक्रवार रात आरोपित प्रवीणा के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया गया है।
युवक ने फांसी लगाकर दी जान
उधर गौतमनगर थाना इलाके में रहने वाले एक युवक ने शुक्रवार शाम को अपने घर में फांसी लगा ली। गौतमनगर थाना पुलिस के मुताबिक 25 वर्षीय फैजान आरिफ नगर में रहता था। शुक्रवार शाम करीब साढ़े चार बजे वह अपने घर के ऊपर वाले कमरे में चला गया था। वहां पर उसने फांसी लगा ली। सुसाइड नोट नहीं मिलने से फिलहाल खुदकुशी की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है।