नयी दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की तीन दिवसीय बैठक पांच से सात नवम्बर तक गुजरात के भुज में होगी, जिसमें अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से संबंधित कार्यक्रमों सहित अन्य विषयों पर भी चर्चा की जाएगी।
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर की ओर से बृहस्पतिवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। इस बैठक में आरएसएस की रचना के अनुसार गठित कुल 45 प्रांतों से प्रांत संघचालक, कार्यवाह एवं प्रांत प्रचारक तथा उनके सहसंघचालक, सहकार्यवाह तथा सह प्रांत प्रचारक भाग लेंगे। आंबेकर ने कहा, ‘‘सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले तथा सभी सह सरकार्यवाह एवं अन्य अखिल भारतीय अधिकारियों सहित कार्यकारिणी के सदस्य भी बैठक में उपस्थित रहेंगे।”
उन्होंने कहा, ‘‘अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को हो रहे श्रीराम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह व उससे जुड़े देश भर में प्रस्तावित कार्यक्रम आदि विषयों पर बैठक में चर्चा की जाएगी।” उन्होंने कहा कि बैठक में संघ के संगठन कार्य की समीक्षा के साथ ही गत माह सितंबर में पुणे में सम्पन्न हुई अखिल भारतीय समन्वय बैठक में आये विषय तथा अभी-अभी विजयादशमी उत्सव के निमित्त भागवत के उद्बोधन से जुड़े विभिन्न विषयों पर भी चर्चा होगी।
आरएसएस की इस महत्वपूर्ण बैठक की घोषणा से एक दिन पहले ही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रित किया था। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा था कि 22 जनवरी को अयोध्या में बन रहे मंदिर में भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी। उन्होंने लोगों से इस अवसर का जश्न मनाने के लिए देश भर के मंदिरों में कार्यक्रम आयोजित करने को कहा था।