Breaking
पानी की किल्लत को लेकर लोगों ने किया चक्काजाम गोटेगांव में कैनरा बैंक शाखा में तीन करोड़ रुपये का घोटाला, EOW ने दर्ज किया मामला कृषि में स्टार्टअप शुरू करने वाले युवाओं को विज्ञान और बाजार के गुर सिखाएंगे कृषि विज्ञानी, 30 जून त... प्रदेश के वकीलों की सर्वोच्च संस्था स्टेट बार में हंगामे की स्थिति दोपहिया वाहन सवार को बचाने में पलटा ट्रक, बाजू से गुजर रहा मोटरसाइकिल सवार चपेट में आया, मौत 10 साल में चुराया 3.37 करोड़ रुपये से अधिक का पानी, राठौर और उसके रिश्तेदार पर केस दर्ज बद्रीनाथ दर्शन कर लौट रहे खरगोन के श्रद्धालु हादसे का शिकार, वाहन पलटने से एक की मौत, आठ घायल इंदौर के संग्रहालय ने सहेजा भारत का इतिहास, सिंधु घाटी सभ्‍यता के अवशेष से लेकर होलकर वंश तक के सिक्... 50 लाख की चोरी सहित दो और स्थानों की चोरी का तरीका एक जैसा उज्जैन में डेढ़ लाख लोग High BP से ग्रस्‍त, भूलकर भी ना करें इन दो चीजों का सेवन

महामारी में बढ़ते चिकित्सा अपशिष्ट से स्वास्थ्य, पर्यावरण के लिए खतरा

Whats App

जिनेवा | कोविड-19 महामारी ने हजारों टन अतिरिक्त चिकित्सा अपशिष्ट को जन्म दिया है, जिससे दुनिया भर में स्वास्थ्य देखभाल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों से भारी दबाव पड़ा है, साथ ही मानव और पर्यावरणीय स्वास्थ्य को भी इससे खतरा है। यह जानकारी डब्ल्यूएचओ द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में दी गई है। रिपोर्ट में अपशिष्ट प्रबंधनों में सुधार की सख्त आवश्यकता का आग्रह किया गया है, भले ही स्वास्थ्य क्षेत्र कार्बन को कम करने और लैंडफिल में भेजे जाने वाले कचरे की मात्रा को कम करने के लिए दबाव में है।

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, मार्च 2020-नवंबर 2021 के बीच लगभग 87,000 टन पीपीई किट खरीदी गई, जिसे संयुक्त राष्ट्र की आपातकालीन पहल के माध्यम से देशों की तत्काल कोविड-19 में जरूरतों का समर्थन करने के लिए भेज दिया गया।

इस उपकरण में से अधिकांश कचरे के रूप में समाप्त होने की उम्मीद है, जो कोविड-19 कचरे की समस्या के पैमाने को दर्शाता है।

Whats App

इसके अलावा, 140 मिलियन से अधिक परीक्षण किट, 2,600 टन गैर-संक्रामक अपशिष्ट (मुख्य रूप से प्लास्टिक) और 7,31,000 लीटर रासायनिक अपशिष्ट (एक ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल के एक तिहाई के बराबर) उत्पन्न करने की क्षमता के साथ भेज दिए गए हैं।

वैक्सीन की आठ बिलियन से अधिक डोज भी दी जा चुकी हैं, जिसमें विश्व स्तर पर सिरिंज, सुई और सुरक्षा बक्से के रूप में 1,44,000 टन अतिरिक्त अपशिष्ट का उत्पादन होता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां देश पीपीई की आपूर्ति सुनिश्चित करने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के कार्य से जूझ रहे हैं, वहीं कम ध्यान और संसाधन कोविड-19 संबंधित स्वास्थ्य देखभाल कचरे के सुरक्षित और स्थायी प्रबंधन के लिए समर्पित हैं।

डब्ल्यूएचओ हेल्थ इमजेंसी प्रोग्राम के कार्यकारी निदेशक माइकल रयान ने एक बयान में कहा, “स्वास्थ्य कर्मियों को सही पीपीई प्रदान करना बिल्कुल महत्वपूर्ण है। लेकिन यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि इसे आसपास के वातावरण को प्रभावित किए बिना सुरक्षित रूप से उपयोग किया जा सकें।”

लगभग 30 प्रतिशत स्वास्थ्य सुविधाएं (सबसे कम विकसित देशों में 60 प्रतिशत) मौजूदा अपशिष्ट भार को संभालने के लिए सुसज्जित नहीं हैं।

रिपोर्ट में बेहतर, सुरक्षित और अधिक पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ अपशिष्ट प्रथाओं को एकीकृत करने के लिए सिफारिशों की गईं हैं।

इनमें पर्यावरण के अनुकूल पैकेजिंग और शिपिंग, सुरक्षित और पुन: प्रयोज्य पीपीई (जैसे, दस्ताने और मेडिकल मास्क), रिसाइकिल या बायोडिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग करना शामिल है।

कोविड -19 अपशिष्ट चुनौती और पर्यावरणीय स्थिरता को संबोधित करने की बढ़ती तात्कालिकता, स्वास्थ्य देखभाल कचरे को सुरक्षित और स्थायी रूप से कम करने और प्रबंधित करने के लिए सिस्टम को मजबूत करने का अवसर प्रदान करती है।

डब्ल्यूएचओ स्वास्थ्य निदेशक मारिया नीरा ने कहा, “वैश्विक स्तर से लेकर अस्पताल के फर्श तक सभी स्तरों पर महत्वपूर्ण बदलाव, हम कैसे स्वास्थ्य देखभाल अपशिष्ट धारा का प्रबंधन करते हैं, यह जलवायु-स्मार्ट स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों की आवश्यकता है।”

पानी की किल्लत को लेकर लोगों ने किया चक्काजाम     |     गोटेगांव में कैनरा बैंक शाखा में तीन करोड़ रुपये का घोटाला, EOW ने दर्ज किया मामला     |     कृषि में स्टार्टअप शुरू करने वाले युवाओं को विज्ञान और बाजार के गुर सिखाएंगे कृषि विज्ञानी, 30 जून तक दे सकते हैं आवेदन     |     प्रदेश के वकीलों की सर्वोच्च संस्था स्टेट बार में हंगामे की स्थिति     |     दोपहिया वाहन सवार को बचाने में पलटा ट्रक, बाजू से गुजर रहा मोटरसाइकिल सवार चपेट में आया, मौत     |     10 साल में चुराया 3.37 करोड़ रुपये से अधिक का पानी, राठौर और उसके रिश्तेदार पर केस दर्ज     |     बद्रीनाथ दर्शन कर लौट रहे खरगोन के श्रद्धालु हादसे का शिकार, वाहन पलटने से एक की मौत, आठ घायल     |     इंदौर के संग्रहालय ने सहेजा भारत का इतिहास, सिंधु घाटी सभ्‍यता के अवशेष से लेकर होलकर वंश तक के सिक्के हैं मौजूद     |     50 लाख की चोरी सहित दो और स्थानों की चोरी का तरीका एक जैसा     |     उज्जैन में डेढ़ लाख लोग High BP से ग्रस्‍त, भूलकर भी ना करें इन दो चीजों का सेवन     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9431277374