ग्वालियर। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को मीडिया से चर्चा करते हुए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण व कांग्रेस की कुर्ता फाड़ो संस्कृति पर जमकर हमला बोला। उनका कहना था कि कांग्रेस प्रदेश में 21 जनवरी को अयोध्या में भव्य राममंदिर के निर्माण पू
र्ण होने पर पोस्टर लगाने का विरोध कर रही है। जो उसकी सनातन धर्म विरोधी मानसिकता का सूचक है। उन्होंने चुनौती दी कि अगर कांग्रेस में साहस है तो वह राम मंदिर के निर्माण का विरोध करके दिखाए। हालांकि कांग्रेस अपने धर्म विशेष के वोट बैंक को साधने के लिए अब तक राम मंदिर के निर्माण में अड़ंगे डालती रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सनातनियों के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के सपने को पूरा किया है। उन्होंने बताया कि इलाहाबाद हाइकोर्ट में राममंदिर के निर्माण की पैरवी कर चुके हैं।पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर ने बुधवार को प्रवास के दौरान जिले के अभिभाषकों से संवाद करने से पहले भाजपा के मीडिया कार्यालय में प्रेस से चर्चा की। रवि शंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री न
रेंद्र मोदी के मुकाबले के लिए कांग्रेस सहित अन्य दलों ने इंडिया गठबंधन बनाया। इसकी बैठकें पटना सहित अन्य राज्यों में हुई। किंतु यह गठबंधन विधानसभा चुनाव में कहीं नजर नहीं आ रहा है। क्योंकि यह स्वार्थों का गठबंधन है, इसके सिवा कुछ नहीं।मध्य प्रदेश ने नया शब्द दिया कुर्ता फाड़ो
रवि शंकर ने कांग्रेस पर तंज कसते हुये कहा कि अब तक राजनीति के नये शब्दों के उपयोग का केंद्र बिहार था। मध्यप्रदेश की कांग्रेस ने देश की राजनीति को नया शब्द दिया है कुर्ता फाड़ो। मुझे पता चला है कि दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों को दिल्ली तलब किया गया है। क्योंकि दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के बीच एक दूसरे के प्रति अविश्वास साफ नजर आ रहा है। एक दूसरे को कुर्ता फटवाने के लिए पावर आफ अटॉर्नी दे रहे हैं। दूसरी तरफ केंद्र व प्रदेश की शिवराज सरकार ने मध्यप्रदेश की तस्वीर भी बदल दी है। 2003 से पहले के मध्यप्रदेश में आज काफी अंतर है। अब प्रदेश बीमारू राज्य नहीं रहा, विकासशील राज्यों की श्रेणी में खड़ा है।शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री के रूप में पेश किये जाने के सवाल पर उनका कहना था कि भाजपा की परंपरा रही है कि मुख्यमंत्री का फैसला संसदीय बोर्ड करता है और इस बार भी करेगा।