कांग्रेस ने भूपेश बघेल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोपों को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री एवं उनकी सरकार की छवि धूमिल करने की ‘‘साजिश” करार देते हुए शनिवार को कहा कि राज्य की जनता इस विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को करारा जवाब देगी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने भाजपा की हार निश्चित देखकर ईडी का पड़े पैमाने पर दुरुपयोग शुरू कर दिया है।
क्यो बोलीं स्मृति ईरानी?
प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को दावा किया था कि उसने पैसे का लेन-देन करने वाले एक व्यक्ति का बयान दर्ज किया है, जिसने आरोप लगाया है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तकों ने बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल पर निशाना साधते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राज्य में अपने चुनाव प्रचार अभियान के वित्तपोषण के लिए अवैध सट्टेबाजी में शामिल लोगों द्वारा लाए गए हवाला धन का उपयोग किया।
हार से बौखलाई भाजपा कर रही ED का इस्तेमाल
भाजपा के इस आरोप के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने संवाददाताओं से कहा, “भाजपा की हार निश्चित है और इसी लिए सीबीआई एवं ईडी का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग शुरू कर दिया गया है। यह प्रतिशोध की राजनीति है।” कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा, “पांचों राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनाने जा रही है। जब भाजपा देखती है कि उसके हाथ से चीजें निकल गई हैं तो अपने आखिर हथियार ईडी का इस्तेमाल करती है।” छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में सात से 30 नवंबर के बीच चुनाव होंगे। मतगणना तीन दिसंबर को होगी।
प्रधानमंत्री रच रहे साजिश
वेणुगोपाल ने कहा, “इस पूरी कार्रवाई का मकसद भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ सरकार की छवि को धूमिल करना है। यह साजिश प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) द्वारा रची गई है।” उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा को इसका करारा जवाब देगी। वरिष्ठ अधिवक्ता और कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने आरोप लगाया कि ईडी का कार्यालय झूठ का कार्यालय है और असल में यह एजेंसी ‘‘तोता” है। छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीट के लिए दो चरणों में सात नवंबर और 17 नवंबर को मतदान होना है। तीन दिसंबर को मतगणना होगी।