कोलकाता : विश्व कप में अभी तक सभी आठ मैचों में एकतरफा जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने कहा कि टीम सेमीफाइनल के प्रतिद्वंद्वी को लेकर चिंतित नहीं है और इस टूर्नामेंट में फोकस सिर्फ अपने प्रदर्शन पर रहा है जिसका फायदा मिला है।
फाइनल की प्रबल दावेदार दक्षिण अफ्रीका को यहां ग्रुप मैच में 243 रन से हराने के बाद राठौड़ ने मिश्रित जोन में कहा, ‘हम अच्छा क्रिकेट खेलने पर फोकस कर रहे हैं। जब तक नतीजे मिल रहे हैं, हम इसी तरह खेलते रहेंगे। इस टूर्नामेंट में अच्छी बात यह रही है कि हमने सिर्फ अपनी क्रिकेट पर फोकस किया है। हम विरोधी टीम के बारे में नहीं सोच रहे और आगे भी वही करेंगे।’
सेमीफाइनल में भारत का सामना पाकिस्तान या न्यूजीलैंड से हो सकता है लेकिन तस्वीर ग्रुप मैचों के बाद ही स्पष्ट होगी। फिलहाल शीर्ष दो टीमों के रूप में भारत और दक्षिण अफ्रीका ही अंतिम चार में पहुंचे हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत ने पहले दस ओवर में काफी तेजी से बल्लेबाजी की और सौ रन 13.1 ओवर में ही बन गए। राठौड़ ने कहा कि तेजी से खेलने का आइडिया कप्तान रोहित शर्मा का था। उन्होंने कहा, ‘नयी गेंद से तेजी से रन बनाने का आइडिया रोहित का था। ऐसी कोई रणनीति पहले से सोची नहीं थी लेकिन हम ज्यादा से ज्यादा रन बनाना चाहते हैं। अगर विकेट अच्छा है तो रोहित अपने शॉट्स खेलने में पीछे नहीं हटता।’
उन्होंने कहा, ‘टीम को भी इससे फायदा मिल रहा है। रोहित में वह दृढ विश्वास है और यही वजह है कि वह इतना शानदार बल्लेबाज है। वह मोर्चे से अगुवाई करने वालों में से है।’ राठौड़ ने कहा, ‘रोहित और शुभमन गिल से मिलने वाली अच्छी शुरूआत से विराट कोहली और श्रेयस अय्यर को विकेट पर जमने का समय मिल गया। बीच के ओवरों में केशव महाराज ने अच्छी गेंदबाजी की जो इस पिच पर कुछ विकेट ले सकते थे। लेकिन अच्छी शुरूआत से हमें फायदा मिला।’
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले चार पांच मैचों में टीम में छठा विशेषज्ञ गेंदबाज नहीं होने से बल्लेबाजी पर असर नहीं पड़ा। उन्होंने कहा, ‘क्या आपको लगता है कि असर पड़ा है। हमारे सभी गेंदबाज बल्लेबाजी पर काफी मेहनत कर रहे हैं और मैने इसे देखा है। समय आने पर वे बल्ले से भी योगदान देंगे।’ इस मैच में 87 गेंद में 77 रन बनाने वाले श्रेयस अय्यर की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, ‘वह हमेशा से ही ऐसा खेल रहे हैं। पिछले दो साल में उसने काफी रन बनाए हैं। एक दो खराब मैचों से कुछ फर्क नहीं पड़ता। वह शानदार बल्लेबाज है।’