राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब हो गया है। दिल्ली की हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि यहां सांस लेने भी मुश्किल हो गया है। दिल्ली में बिगड़ते प्रदूषण को देखते हुए स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियों का ऐलान कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार को लताड़ लगाई है। इसी बीच दिल्ली में बिगड़ते प्रदूषण को लेकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला किया है। दुबे ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली की जनता, देश में न्याय का सर्वोच्च कार्यालय और यहां तक सर्वशक्तिमान भी ‘जहर’ जैसी हवा के लिए उनके खिलाफ हो गए हैं।
क्या भगवान भी केजरीवाल के खिलाफ हो गए
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ने एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा, “क्या लोगों और सुप्रीम कोर्ट के बाद भगवान भी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हो गए हैं? दिल्ली में हवा, पानी और जीवन को जहरीला बनाने के लिए हर कोई उनसे नाराज और परेशान है। शुक्र है, सर्वशक्तिमान ने आज दिल्ली को कुछ बारिश का आशीर्वाद दिया।
वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ क्षेत्र में बनी रही
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, स्वागत योग्य बारिश के बावजूद, राष्ट्रीय राजधानी में समग्र वायु गुणवत्ता शुक्रवार सुबह ‘गंभीर’ क्षेत्र में बनी रही। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR-India) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अशोक विहार में AQI 462 (गंभीर) दर्ज किया गया, जबकि आरके पुरम क्षेत्र में AQI 461 रहा। पंजाबी बाग में वायु गुणवत्ता सूचकांक भी 460 पर ‘गंभीर’ रहा, जबकि आईटीओ में भी सुबह लगभग 6.30 बजे 464 पर खतरनाक हवा में सांस ली गई।
‘कृत्रिम बारिश’ पर विचार कर रही दिल्ली सरकार
इस बीच, दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने कहा कि वह शहर में बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए तत्काल उपाय कर रही है और प्रदूषण ग्राफ को नीचे लाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में ‘कृत्रिम बारिश’ की संभावना पर भी विचार कर रही है। आप सरकार के कई मंत्रियों को गुरुवार रात शहर की गिरती वायु गुणवत्ता पर लगाम लगाने के लिए निरीक्षण और उपायों का जायजा लेते हुए देखा गया। वर्तमान में, शहर की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में गिरने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) का चरण IV लागू है।
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को लिया आड़े हाथों
न केवल राष्ट्रीय राजधानी बल्कि पूरे उत्तर भारतीय क्षेत्र में फैले जहरीले धुएं पर चिंता व्यक्त करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को केंद्र, दिल्ली और आसपास की सरकारों को आड़े हाथ लेते हुए सभी हितधारकों को फसल जलाने पर रोक लगाने का निर्देश दिया। डॉक्टरों के अनुसार, किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के लिए अनुशंसित AQI 50 से कम होना चाहिए। हालांकि, शहर में समग्र AQI 400 से अधिक ‘गंभीर’ क्षेत्र में पहुंच गया है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक माना जाता है।