अयोध्या: समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री तेजनारायण पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार शहर से लेकर गांव तक हर मोर्चे पर फेल नजर आ रही है। सपा नेता ने प्रदेश की जनसमस्याओं को लेकर आज समाजवादी पार्टी कार्यालय लोहिया भवन से कार्यकर्ताओं ने एक जुलूस निकाला, जिसे प्रशासनिक अधिकारियों ने रीडगंज चौराहे पर रोक लिया। पूर्व मंत्री तेजनारायण पाण्डेय पवन के नेतृत्व में सपाइयों ने सिटी मजिस्ट्रेट को आठ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। इसके बाद श्री पाण्डेय ने कहा कि शहर से लेकर गांव तक समस्याओं का अम्बार लगा हुआ है लेकिन प्रदेश सरकार इन तमाम समस्याओं को जानते हुए शांति से बैठी है। आम जन को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सपा नेता ने कहा कि अयोध्या में रामपथ एवं चौदह कोसी परिक्रमा के नाम पर जो दुकानें व मकान तथा भूमि अधिग्रहण सरकार द्वारा किया गया है इसमें भारी अनियमितता बरती गयी है, जिसे निष्पक्ष जांच कराकर दुकानदारों व मकान मालिकों को मुआवजा दिया जाय। सपा के पूर्व मंत्री ने कहा कि श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण का सर्वोच्च न्यायालय से फैसला आने के बाद अयोध्या में कितने अधिकारियों व नेताओं ने भूमि खरीद फरोख्त अपने परिजनों व रिश्तेदारों के नाम से की है, इसकी सूची योगी सरकार प्रकाशित करे। इस समय अयोध्या में चारों तरफ प्रदूषण है। ऐसा प्रतीत होता है कि देश की राजधानी दिल्ली से भी ज्यादा दूषित है। इसके निराकरण के लिये सरकार को उचित कदम उठाना चाहिये। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है। जहां देखो वहीं कमीशनबाजी का शोर मचा हुआ है। योगी सरकार तत्काल परमानेंट वैकेंसी निकालकर बेरोजगारों की भर्ती करे।
पाण्डेय ने कहा कि भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में डेंगू से जनता परेशान है और लोगों की जान भी जा रही है। इसकी जांच के नाम पर लोगों का शोषण किया जा रहा है। अस्पताल में दवाईयां व बेड उपलब्ध नहीं हैं जिसके कारण लोगों को प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है। सरकारी अस्पतालों में दवाएं बाहर से डॉक्टर लिख रहे हैं। साधु महात्माओं और अयोध्यावासियों की जमीनें दरियाबुर्ज और नजूल घोषित करके जबरन अधिग्रहण कर संतों को ठगा जा रहा है, जो कि निंदनीय है। उन्होंने कहा कि उनकी जमीनों को अधिग्रहण से मुक्त कर उनको मालिकाना हक दिया जाय। सपा नेता ने कहा कि थाना, तहसील, अस्पताल लूट के अड्डे हो गये हैं। बिना सुविधा शुल्क लिये आम जनता का कोई कार्य नहीं हो पा रहा है।
आदि काल से नदी के किनारे नाव व मोटरबोट चलाकर व नदी के किनारे छोटी-छोटी गुमटी रखकर जीविकोपार्जन करने वाले लोगों की दुकानें चौड़ीकरण में समाप्त हो रही हैं और जीवकोपार्जन के लिये केवल मोटर बोट व नाव ही उनका सहारा बचा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने प्राइवेट कम्पनियों के द्वारा मोटरबोट चलाना प्रारंभ कर दिया है जिसके कारण नाविकों को मोटरबोट चलने से रोक दिया जा रहा है। सपा नेता ने कहा कि निषाद समाज के जीविकोपार्जन का संकट उत्पन्न हो गया है। यह सरकार हर जगह फेल नजर आ रही है। इस अवसर पर सपा महानगर अध्यक्ष श्यामकृष्ण श्रीवास्तव, महासचिव हामिद जाफर मीसम, विधानसभा अध्यक्ष रक्षाराम यादव, प्रदेश सचिव मोहम्मद हलीम पप्पू, सपा नेता अमृत राजपाल, बलराम यादव सहित सपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।