इटावा में बुधवार को चलती नई दिल्ली-दरभंगा एक्सप्रेस में आग लग गई। ट्रेन का 1 जनरल कोच पूरी तरह जल गया। मिली जानकारी के अनुसार 3 कोच आग की चपेट में आएं है। चलती ट्रेन में धुआं उठता देख यात्रियों में भगदड़ मच गई। यात्रियों ने ट्रेन से कूदकर जान बचाई। हादसा सराय भूपत रेलवे स्टेशन के पास शाम 6 बजे हुआ। बताया जा रहा है उस समय ट्रेन की स्पीड 20 से 30 किमी के बीच थी। बोगी में क्षमता से दोगुना यात्री सवार थे। फिलहाल मौके पर दमकल की गाड़ियां मौजूद है आग बुझाने और लोगों को निकालने का काम किया जा रहा है।
बता दें कि इस दुर्घटना में आठ यात्री झुलस गए और 18 कूदने पर घायल हुए हैं। एस-वन और एसएलआर कोच जलकर खाक हो गए हैं। आग पर काबू पा लिया गया है। घायलों का इलाज जारी है। रेलवे अफसरों ने कहा कि जांच की जा रही है। कोई जनहानि नहीं हुई है। घायल यात्रियों के मुताबिक आग स्लीपर एस-वन व एसएलआर कोच दोनों में लगी थी। जो आंशिक रूप से एस-टू में भी पहुंची। बोगी में क्षमता से लगभग डेढ़ गुने (72 के स्थान पर 118 ) यात्री सवार थे।
बता दें कि, ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। कानपुर- दिल्ली पर रेल मार्ग पर ओएचई बंद कर दी गई। रात 8:18 बजे रूट पर ट्रेनों का संचालन चालू हो सका। पहली ट्रेन दरभंगा स्पेशल ही कानपुर को रवाना की गई है। इस दौरान सात राजधानी, दो शताब्दी समेत 54 ट्रेनें जहां की तहां रोक दी गईं। आग के कारणों की जांच का आदेश दिया गया है।